जयपुर. फीस भुगतान को लेकर अभिभावकों के आंदोलन के बाद निजी स्कूल संचालक भी आंदोलन शुरू कर चुके हैं. इस कड़ी में उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. हड़ताल के तहत ऑनलाइन क्लासेज बंद करने के बाद अब निजी स्कूल के हजारों शिक्षक फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान के बैनर तले राज्यपाल तक अपनी पीड़ा पहुंचाएंगे और उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे.
इस संबंध में फोरम से जुड़े हजारों शिक्षक 10 नवंबर को राजभवन की ओर कूच करेंगे और शहीद स्मारक पर धरना देंगे. फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान की ओर से कहा गया है कि सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसके बावजूद भी सरकार राजस्थान के 50 हजार निजी स्कूलों के 11 लाख शिक्षकों की अनदेखी कर रही है.
सरकार के निराशाजनक रवैये के बाद अब फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान के बैनर तले निजी स्कूलों के हजारों शिक्षक राज्यपाल तक अपनी पीड़ा पहुंचाएंगे और उनको ज्ञापन सौंपने के लिए राजभवन का कूच करेंगे. फोरम की प्रवक्ता हेमलता शर्मा ने कहा कि सरकार के रवैए के कारण निजी स्कूलों के 11 लाख कर्मचारी काली दिवाली मनाने पर मजबूर हो गए हैं. शर्मा ने कहा कि धीरे-धीरे और राज्य भी हमारे बंद के समर्थन में आगे आएंगे. दिल्ली भी हमारे बंद को समर्थन कर चुका है, जल्द सभी राज्यों के प्रतिनिधि जयपुर आएंगे.
पढे़ंः जयपुर के शाहपुरा में 48 घंटे बाद बोरा में मिला 8 वर्षीय बालिका का शव
फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान के अनिश्चितकालीन बंद को हरियाणा के बाद पंजाब राज्य का भी समर्थन प्राप्त हुआ है. पंजाब प्राइवेट स्कूल्स ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राजस्थान के निजी स्कूलों की पीड़ा को सुनने की अपील की गई है. इसके साथ ही राजस्थान के शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर रोष भी प्रकट किया गया है.