जयपुर. विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों में नियमित नहीं करने को लेकर आक्रोश व्याप्त है. इसी के चलते विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों ने विधानसभा का घेराव करने का निर्णय किया है. इन पंचायत सहायकों ने नियमित करने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया. पंचायत सहायकों ने सरकार को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने घोषणा पत्र में विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों की समस्या के समाधान का ऐलान किया था और उन्हें नियमित करने की घोषणा की थी. ज्ञापन में विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों ने मांग की कि या तो उनको नियमित कर दिया जाए या समायोजन किया जाए. इस संबंध में राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में प्रदेश भर में जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया गया. जयपुर में भी जिला अध्यक्ष खेमन्त गिठाला के नेतृत्व में विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया.
जिलाध्यक्ष खेमन्त गिठाला ने बताया कि सरकार ने अपने घोषणा पत्र में विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन 2 साल पूरे होने के बाद भी अभी तक उनको नियमित नहीं किया गया. 6 हजार रुपये के मानदेय में हमें काम करना पड़ रहा है. इतनी कम मानदेय भी पेट पालना भी मुश्किल हो रहा है.
प्रदेश भर में 2007-8 में 27000 विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों को लगाया गया था. 2014 और 2017 के बीच में यह लोग बेरोजगार भी रहे. इस दौरान जिला अध्यक्ष के अलावा कमल किशोर, रणजीत सिंह शेरावत, सत्यनारायण, ललित, शिवराम, लोकेश, प्रकाश चंद्रवीर आदि विद्यार्थी मित्र मौजूद रहे। विद्यार्थी मित्रों ने चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में विधानसभा का घेराव करेंगे.