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जयपुर के SMS अस्पताल में प्रदेश का पहला प्लाज्मा बैंक शुरू - corona positive

राजस्थान में पहले प्लाज्मा बैंक की शुरुआत हो गई है. जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इसकी शुरुआत की गई है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने सचिवालय से इस बैंक की शुरुआत की. एसएमएस में 47 मरीजों पर प्लाज्मा से इलाज किया गया था, जिसका रिजल्ट 100 प्रतिशत रहा.

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SMS में प्रदेश के पहले प्लाज्मा बैंक की हुई शुरुआत
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Published : Jul 24, 2020, 4:04 PM IST

जयपुर. कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हो रही है. राजस्थान में भी पहले प्लाज्मा बैंक की शुरुआत की गई है. जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में प्लाज्मा बैंक की शुरुआत हुई है. इसमें कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए लोगों का प्लाज्मा कलेक्ट किया जाएगा और कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जाएगा.

प्लाज्मा बैंक की शुरुआत

प्लाज्मा बैंक की शुरुआत प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सचिवालय से की. इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, सवाई मानसिंह अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी समेत अन्य लोग मौजूद रहे. मंत्री ने इस संबंध में एक पोस्टर भी जारी किया है. पोस्टर के माध्यम से कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों से अपील की गई है कि वो अधिक से अधिक संख्या में अपना प्लाज्मा डोनेट करें. जिससे कोरोना मरीजों का जल्द इलाज किया जा सके और कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जान बचाई जा सके.

पढ़ें: कोटा में भी प्लाज्मा थेरेपी से होगा कोरोना का इलाज, 4 लोगों ने डोनेट किया प्लाज्मा

हाल ही में सवाई मानसिंह अस्पताल में करीब 47 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्लाजमा थेरेपी दी गई थी जिसके 100 फिसदी परिणाम देखने को मिले हैं. प्लाज्मा डोनेशन के लिए 20 लोगों ने हामी भरी है. ये 20 लोग हाल ही में कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए हैं. इसके अलावा चिकित्सा विभाग की ओर से ऐसे मरीजों की सूची भी तैयार की जा रही है जो हाल ही में कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए हैं और जो अब बिल्कुल स्वस्थ हैं.

एक व्यक्ति के प्लाज्मा से कम से कम 2 और अधिक से अधिक 5 मरीजों का इलाज किया जा सकता है. एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के इलाज में कितना प्लाज्मा लगता है. इसके जवाब में डॉक्टरों का कहना है कि कम से कम 200 से 250 एमएल प्लाज्मा से एक व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है. इस थेरेपी से मरीज जल्दी रिकवर करता है. यह थेरेपी गंभीर रूप से बीमार कोरोना के मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकती है.

जयपुर. कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हो रही है. राजस्थान में भी पहले प्लाज्मा बैंक की शुरुआत की गई है. जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में प्लाज्मा बैंक की शुरुआत हुई है. इसमें कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए लोगों का प्लाज्मा कलेक्ट किया जाएगा और कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जाएगा.

प्लाज्मा बैंक की शुरुआत

प्लाज्मा बैंक की शुरुआत प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सचिवालय से की. इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, सवाई मानसिंह अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी समेत अन्य लोग मौजूद रहे. मंत्री ने इस संबंध में एक पोस्टर भी जारी किया है. पोस्टर के माध्यम से कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों से अपील की गई है कि वो अधिक से अधिक संख्या में अपना प्लाज्मा डोनेट करें. जिससे कोरोना मरीजों का जल्द इलाज किया जा सके और कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जान बचाई जा सके.

पढ़ें: कोटा में भी प्लाज्मा थेरेपी से होगा कोरोना का इलाज, 4 लोगों ने डोनेट किया प्लाज्मा

हाल ही में सवाई मानसिंह अस्पताल में करीब 47 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्लाजमा थेरेपी दी गई थी जिसके 100 फिसदी परिणाम देखने को मिले हैं. प्लाज्मा डोनेशन के लिए 20 लोगों ने हामी भरी है. ये 20 लोग हाल ही में कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए हैं. इसके अलावा चिकित्सा विभाग की ओर से ऐसे मरीजों की सूची भी तैयार की जा रही है जो हाल ही में कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए हैं और जो अब बिल्कुल स्वस्थ हैं.

एक व्यक्ति के प्लाज्मा से कम से कम 2 और अधिक से अधिक 5 मरीजों का इलाज किया जा सकता है. एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के इलाज में कितना प्लाज्मा लगता है. इसके जवाब में डॉक्टरों का कहना है कि कम से कम 200 से 250 एमएल प्लाज्मा से एक व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है. इस थेरेपी से मरीज जल्दी रिकवर करता है. यह थेरेपी गंभीर रूप से बीमार कोरोना के मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकती है.

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