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प्रदेश में 800 से अधिक संवेदनशील और 50 से अधिक अति संवेदनशील मतदान केन्द्र चिन्हित, भरतपुर में सबसे ज्यादा 114 और जालोर में एक भी नहीं - 800 से अधिक संवेदनशील मतदान

प्रदेश में अधिक संवेदनशील और अधिक अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित कर दिए गए हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि भरतपुर में सबसे ज्यादा 114 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं और जालोर में एक भी नहीं.

जयपुर, state election commission vigilant
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Published : Nov 15, 2019, 4:15 PM IST

जयपुर. राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र घोषित किये हैं. प्रदेश में 800 से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किये गए हैं. 50 से अधिक अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं.

स्थानीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र घोषित

भरतपुर में सबसे ज्यादा 114 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं, जबकि जालोर में एक भी संवेधनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र नहीं हैं. इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. ताकि लोकतंत्र के महापर्व में किसी प्रकार के विघ्न का सामना नहीं करना पड़े.

पढ़ें: निकाय चुनाव 2019: नाथद्वारा के वार्ड 17 में त्रिकोणीय मुकाबला, बीजेपी के बागी और पूर्व उपाध्यक्ष पर टिकी सबकी निगाहें

बता दें कि आयोग ने अलवर में 31, अजमेर में 27, बांसवाड़ा में 20, बाड़मेर में 16, बारां में 15, भरतपुर में 114, चित्तौड़गढ़ में 48, चूरू में 32, दौसा में 21, हनुमानगढ़ में 52, जैसलमेर में 11, जोधपुर में 43, राजसमंद में 38, सिरोही में 24 , टोंक में 78, उदयपुर में 55, नागौर में 41, झुंझुनू में 50, बीकानेर में 81, कोटा में 22, पाली में 30 और श्रीगंगानगर जिले में 33 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं. जबकि अजमेर में 10, बाड़मेर में 23, चूरू में 9 और पाली में एक मतदान केंद्र को अति संवेदनशील मतदान केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है.

जयपुर. राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र घोषित किये हैं. प्रदेश में 800 से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किये गए हैं. 50 से अधिक अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं.

स्थानीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र घोषित

भरतपुर में सबसे ज्यादा 114 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं, जबकि जालोर में एक भी संवेधनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र नहीं हैं. इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. ताकि लोकतंत्र के महापर्व में किसी प्रकार के विघ्न का सामना नहीं करना पड़े.

पढ़ें: निकाय चुनाव 2019: नाथद्वारा के वार्ड 17 में त्रिकोणीय मुकाबला, बीजेपी के बागी और पूर्व उपाध्यक्ष पर टिकी सबकी निगाहें

बता दें कि आयोग ने अलवर में 31, अजमेर में 27, बांसवाड़ा में 20, बाड़मेर में 16, बारां में 15, भरतपुर में 114, चित्तौड़गढ़ में 48, चूरू में 32, दौसा में 21, हनुमानगढ़ में 52, जैसलमेर में 11, जोधपुर में 43, राजसमंद में 38, सिरोही में 24 , टोंक में 78, उदयपुर में 55, नागौर में 41, झुंझुनू में 50, बीकानेर में 81, कोटा में 22, पाली में 30 और श्रीगंगानगर जिले में 33 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं. जबकि अजमेर में 10, बाड़मेर में 23, चूरू में 9 और पाली में एक मतदान केंद्र को अति संवेदनशील मतदान केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है.

Intro:प्रदेश में 800 से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित , 50 से अधिक अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए , भरतपुर में सबसे ज्यादा114 संवेदनशील मतदान केंद्र , जालौर में एक भी नही

जयपुर
एंकर- राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र घोषित किये हैं। प्रदेश में 800 से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किये गए है , 50 से अधिक अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए है , भरतपुर में सबसे ज्यादा 114 संवेदनशील मतदान केंद्र है जबकि जालौर में एक भी संवेधनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र नही है । इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं ,ताकि लोकतंत्र के महापर्व में किसी प्रकार के विघ्न का सामना नहीं करना पड़े।
VO:- राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में करीब 800 से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्र और 50 से अधिक अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित की है। भरतपुर में 114 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए हैं। जबकि जालौर में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील एक भी मतदान केंद्र चिन्हित नहीं किया गया है।
आयोग ने अलवर में 31, अजमेर में 27 ,बांसवाड़ा में 20 ,बाड़मेर में 16, बारा जिले में 15 ,भरतपुर में 114, चित्तौड़गढ़ में 48, चूरू में 32, दौसा में 21 , हनुमानगढ़ 52 ,जैसलमेर 11 ,जोधपुर 43 ,राजसमंद 38, सिरोही 24 , टोंक 78, उदयपुर 55 ,नागौर 41 ,झुंझुनू 50, बीकानेर 81 ,कोटा 22 ,पाली 30 ,श्रीगंगानगर जिले में 33 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित की किए गए हैं।
जबकि अजमेर 10 , बाड़मेर 23, चूरू में 9 और पाली में एक मतदान केंद्र को अति संवेदनशील मतदान केंद्र के रूप में चिन्हित किया है।
बाइट:- श्याम सिंह राजपुरोहित - मुख्यनिर्वाचन अधिकारी , राज्य निर्वाचन आयोग Body:VoConclusion:Vo
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