जयपुर. राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र घोषित किये हैं. प्रदेश में 800 से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किये गए हैं. 50 से अधिक अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं.
भरतपुर में सबसे ज्यादा 114 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं, जबकि जालोर में एक भी संवेधनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र नहीं हैं. इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. ताकि लोकतंत्र के महापर्व में किसी प्रकार के विघ्न का सामना नहीं करना पड़े.
बता दें कि आयोग ने अलवर में 31, अजमेर में 27, बांसवाड़ा में 20, बाड़मेर में 16, बारां में 15, भरतपुर में 114, चित्तौड़गढ़ में 48, चूरू में 32, दौसा में 21, हनुमानगढ़ में 52, जैसलमेर में 11, जोधपुर में 43, राजसमंद में 38, सिरोही में 24 , टोंक में 78, उदयपुर में 55, नागौर में 41, झुंझुनू में 50, बीकानेर में 81, कोटा में 22, पाली में 30 और श्रीगंगानगर जिले में 33 संवेदनशील मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं. जबकि अजमेर में 10, बाड़मेर में 23, चूरू में 9 और पाली में एक मतदान केंद्र को अति संवेदनशील मतदान केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है.