जयपुर. भारतीय जनता पार्टी में इस समय संगठन महापर्व चल रहा है और इस संगठन महापर्व के दौरान ही राज्यों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्र स्तर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के भी चुनाव होने हैं. लेकिन इस बीच राजस्थान भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के आकस्मिक निधन के बाद खाली हुए पद को भरने के लिए अब मनोनित अध्यक्ष के रूप में किसी नेता को दायित्व सौंपा जा सकता है.
प्रदेश भाजपा नेताओं में इस बात की चर्चा भी जोरों पर है कि जब केंद्र में अमित शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है. तो राजस्थान में भी प्रदेश अध्यक्ष के निधन के बाद किसी अन्य नेता को इसकी जिम्मेदारी मनोनयन कर दी जा सकती है. माना जा रहा है दिल्ली में होने वाली भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में इस संबंध में चर्चा हो सकती है.
भाजपा नेताओं के बीच चर्चा केवल राजस्थान भाजपा को संगठन चुनाव तक नए अध्यक्ष मिलने तक ही सीमित नहीं है. बल्कि चर्चा यह भी है कि यदि प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव से पहले राजस्थान को नया प्रदेश अध्यक्ष मिला तो फिर वहीं प्रदेश अध्यक्ष संगठन चुनाव के बाद भी अगले 3 साल तक यथावत रखा जाएगा. हालांकि इस बारे में प्रदेश के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी सतीश के स्तर पर मंथन हो चुका है. लेकिन इस बारे में अंतिम निर्णय शीर्ष स्तर पर ही लिया जाएगा.