नई दिल्ली: दिल्ली के केशव कुंज स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ऑफिस बिल्डिंग का पुनर्निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. यह परियोजना 3.75 एकड़ के परिसर में पांच लाख वर्ग फुट में फैली हुई है. इसमें तीन 13 मंजिला टावर और कुल मिलाकर लगभग 300 कमरे और कार्यालय हैं. संघ का ये कार्यालय लगभग 5 लाख स्क्वायर फिट में तैयार किया गया है जिसमें तीन टावर तैयार किए गए हैं. टावर एक का नाम साधना रखा गया है जबकि दूसरे टावर का नाम प्रेरणा और तीसरे टावर को अर्चना नाम दिया गया है.
सूत्रों ने कहा कि आरएसएस कार्यालय के पुनर्निर्माण पर लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत आई है. यह राशि हिंदुत्व संगठन की विचारधारा से सहानुभूति रखने वाले 75,000 से अधिक लोगों के योगदान से एकत्र की गई है. इसमें आठ साल से अधिक का समय लगा है. 2016 में इस इमारत का भूमि पूजन किया गया और पिछले साल सितंबर में ये इमारत बनकर तैयार हुई है. सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबोले 19 फरवरी को झंडेवालान कार्यालय से संगठन के कामकाज की शुरुआत करने के लिए दिल्ली यूनिट के "कार्यकर्ता सम्मेलन" में शामिल होंगे.
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा
सूत्रों ने यह भी बताया कि नागपुर में मुख्यालय वाला आरएसएस 21 मार्च से 23 मार्च तक बेंगलुरु में अपनी वार्षिक 'अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा' का आयोजन करेगा, जिसे इसका सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय माना जाता है.
आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों समेत करीब 1,500 लोगों की मौजूदगी वाली इस बैठक में संगठनात्मक मामलों के अलावा अहम मुद्दों पर चर्चा की जाती है और कई मामलों पर संघ के रुख को रेखांकित करने के लिए प्रस्ताव पारित किए जाते हैं. इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष समेत बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी शामिल होते हैं.
अनूप दवे ने किया डिजाइन
राष्ट्रीय राजधानी में पुनर्निर्मित परिसर के बारे में बात करते हुए सूत्रों ने कहा कि आरएसएस 2016 से एक किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था. नया परिसर पहले की दो मंजिला इमारत में एक बड़ा बदलाव है, जिसमें आधुनिक तकनीक को प्राचीन वास्तुशिल्प प्रथाओं के साथ जोड़ा गया है ताकि इसे हवादार बनाया जा सके और पर्याप्त धूप मिल सके. उन्होंने कहा कि गुजरात के वास्तुकार अनूप दवे ने इसे डिजाइन किया है.
तीन टावरों का नाम साधना, प्रेरणा और अर्चना है, जबकि इसके सबसे बड़े सभागारों में से एक का नाम अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है, जो विश्व हिंदू परिषद (VHP) के एक प्रमुख पदाधिकारी थे और राम मंदिर आंदोलन से निकटता से जुड़े थे. इस आधुनिक सभागार में 463 लोग बैठ सकते हैं, जबकि दूसरे हॉल में 650 लोग बैठ सकते हैं.
पंचजन्य और ऑर्गनाइजर के ऑफिस
सूत्रों ने बताया कि आरएसएस कार्यालय में इसके पदाधिकारियों और सदस्यों के लिए आवास की सुविधा के अलावा एक पुस्तकालय, स्वास्थ्य क्लिनिक और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी है. इसमें सौर ऊर्जा की सुविधा भी है, जो इसकी कुल बिजली जरूरतों के एक हिस्से को पूरा करती है. उन्होंने बताया कि आरएसएस से जुड़े साप्ताहिक पत्रिकाओं पंचजन्य और ऑर्गनाइजर के अलावा प्रकाशन फर्म सुरुचि प्रकाशन, जो हिंदुत्व संगठन की विचारधारा से जुड़ी किताबें और अन्य साहित्य प्रकाशित करती रही है, के भी आरएसएस परिसर में कार्यालय होंगे.
सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाएं आस-पास रहने वाले गरीब लोगों के लिए खुली रहेंगी और बाहरी लोग भी पुस्तकालय सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं. नए परिसर में आधुनिक और विशाल सम्मेलन कक्ष और सभागार हैं.