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SPECIAL: सिंगिंग कॉप से सुनिए...कोरोना से लड़ने के लिए म्यूजिक को कैसे बनाया हथियार

कोरोना काल में राजस्थान पुलिस के एक पुलिस इंस्पेक्टर ने संगीत को कोरोना से लड़ने का एक अचूक हथियार बना डाला. जयपुर पुलिस के जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण ने ना केवल गाने कंपोज किए बल्कि उन्हें अपनी सुरीली आवाज में गाया भी.

Vikram Singh Baran Singer,  Police song about Corona
राजस्थान पुलिस के सिंगिंग कॉप
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Published : Aug 22, 2020, 7:56 PM IST

जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना काल में खाकी ने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए कई पुलिसकर्मी खुद भी कोरोना से संक्रमित हो गए. इसके बावजूद भी राजस्थान पुलिस के जवानों और अधिकारियों का जोश अपने कर्तव्यों के प्रति बिल्कुल भी कम नहीं हुआ.

राजस्थान पुलिस के सिंगिंग कॉप

वहीं, कोरोना काल में राजस्थान पुलिस के एक पुलिस इंस्पेक्टर ने संगीत को कोरोना से लड़ने का एक अचूक हथियार बना डाला. जयपुर पुलिस के जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण ने ना केवल गाने कंपोज किए बल्कि उन्हें अपनी सुरीली आवाज में गाया भी. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विक्रम सिंह चारण ने बताया कि कोरोना काल के शुरुआती 2 महीनों में काम अधिक होने के चलते किसी भी तरह की एक्टिविटी को कर पाना बेहद मुश्किल था. इस दौरान राजस्थान पुलिस के अनेक पुलिसकर्मियों ने कोरोना को लेकर गाने गाए जिसे देख कर विक्रम सिंह काफी मोटिवेट हुए.

पढ़ें- SPECIAL : चाय का ठेला लगाने वाले याकूब भाटी खुद के खर्चे से कर रहे हैं शहर को सैनिटाइज

बता दें कि विक्रम सिंह काफी लंबे समय से गाना गाने का शौक रखते हैं, जिसके चलते जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारियों ने भी उन्हें कोरोना पर कुछ गाने कंपोज करने और फिर उन्हें गाने को लेकर मोटिवेट किया.

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण का गाना-1

ड्यूटी के दौरान थाने में ही गाया गाना

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान उन्हें जब थोड़ा समय आराम करने के लिए मिलता तो उन्होंने थाने में ही अपने चेंबर में गाने कंपोज किए और फिर वहीं उन गानों को आवाज भी दी. शुरुआत में उन्होंने कोरोना को लेकर एक गाना कंपोज किया और उसे गाया, जिसे पुलिस फोर्स और जनता की ओर से बेहद पसंद किया गया.

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण का गाना-2

चारण ने बताया कि कोरोना के कारण 4 महीने तक विक्रम सिंह अपने घर नहीं गए और थाने पर ही रहे. इस दौरान उन्होंने थाने में ही अपने चेंबर में कोरोना को लेकर 3 गाने कंपोज किए और उन्हें रिकॉर्ड किया. गाने रिकॉर्ड कर उन्हें यूट्यूब और फेसबुक पर अपलोड किया, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया. विक्रम सिंह ने अपने गाने के जरिए लोगों को कोरोना से कैसे बचें, क्या करें और क्यों करें इसका संदेश दिया है.

पुलिसकर्मी तो गाने सुना करते हैं मोटिवेट

विक्रम सिंह चारण ने बताया कि कोरोना काल में जालूपुरा का वह इलाका जो चारदीवारी से मिलता हुआ है वह डेंजर जोन में था. जहां पर काफी लंबे समय तक कर्फ्यू लगा रहा, जिसके चलते वहां पर तैनात पुलिसकर्मी अपने घर नहीं जा पाते. ऐसे में ड्यूटी के बाद सभी पुलिसकर्मियों का एक गेट टूगेदर किया जाता है, जहां पर गानों के माध्यम से उन्हें मोटिवेट किया जाता है.

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण का गाना-3

इस दौरान पुलिस कमिश्नरेट के सभी अधिकारियों का भी काफी पॉजिटिव रिस्पांस रहा और उन्होंने गाने कंपोज करने को लेकर मोटिवेट किया. जिसके बाद विक्रम सिंह ने 3 गाने कोरोना वायरस के कंपोज किए और फिर उन्हें अपनी सुरीली आवाज में गाया.

पढ़ें- जयपुर ग्रामीण योद्धाः बेरोज गांव के पहरेदारों ने घुसने नहीं दिया कोरोना को, 2 गज की दूरी और मास्क को बनाया हथियार

बता दें कि विक्रम सिंह ने पहला गाना 'कोरोना से बचना हो तो, घर में रहो मेरे यार' कंपोज किया और गाया. वहीं दूसरा गाना उन्होंने 'जिंदगी मौत ना बन जाए' गाया और तीसरा गाना उन्होंने कंपोज किया और गाया जिसके बोल हैं 'कोई जब बाहर जाए तो मास्क लगाएं, मिलके कोरोना भगाएं' यह सभी गाने विक्रम सिंह चारण ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किए हैं और चैनल को विक्रम सिंह चारण सिंगर नाम दिया गया है.

पुलिस हमेशा सकारात्मक रहती है...

जालूपुरा थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि पुलिस पर चाहे कितना ही तनाव आए और चाहे कितनी ही एडवर्स कंडीशन हो पुलिस उसे हमेशा पॉजिटिव ही लेती है. ड्यूटी के दौरान अनेक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए और फिर स्वस्थ होकर ड्यूटी पर लौटे, जिन्हें देखकर अन्य पुलिसकर्मियों का जोश और भी ज्यादा बढ़ गया.

चारण ने बताया कि जो पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण से सही होकर वापस लौटे, उन्होंने अपने प्लाज्मा भी डोनेट किए, इसको लेकर विक्रम सिंह ने एक गाना कंपोज किया है. हालांकि अभी उसे रिकॉर्ड नहीं किया जा सका है. विक्रम सिंह का कहना है कि पुलिसकर्मी अपनी सोच पॉजिटिव रखते हैं और हर काम को पॉजिटिविटी के साथ करते हैं.

जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना काल में खाकी ने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए कई पुलिसकर्मी खुद भी कोरोना से संक्रमित हो गए. इसके बावजूद भी राजस्थान पुलिस के जवानों और अधिकारियों का जोश अपने कर्तव्यों के प्रति बिल्कुल भी कम नहीं हुआ.

राजस्थान पुलिस के सिंगिंग कॉप

वहीं, कोरोना काल में राजस्थान पुलिस के एक पुलिस इंस्पेक्टर ने संगीत को कोरोना से लड़ने का एक अचूक हथियार बना डाला. जयपुर पुलिस के जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण ने ना केवल गाने कंपोज किए बल्कि उन्हें अपनी सुरीली आवाज में गाया भी. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विक्रम सिंह चारण ने बताया कि कोरोना काल के शुरुआती 2 महीनों में काम अधिक होने के चलते किसी भी तरह की एक्टिविटी को कर पाना बेहद मुश्किल था. इस दौरान राजस्थान पुलिस के अनेक पुलिसकर्मियों ने कोरोना को लेकर गाने गाए जिसे देख कर विक्रम सिंह काफी मोटिवेट हुए.

पढ़ें- SPECIAL : चाय का ठेला लगाने वाले याकूब भाटी खुद के खर्चे से कर रहे हैं शहर को सैनिटाइज

बता दें कि विक्रम सिंह काफी लंबे समय से गाना गाने का शौक रखते हैं, जिसके चलते जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारियों ने भी उन्हें कोरोना पर कुछ गाने कंपोज करने और फिर उन्हें गाने को लेकर मोटिवेट किया.

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण का गाना-1

ड्यूटी के दौरान थाने में ही गाया गाना

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान उन्हें जब थोड़ा समय आराम करने के लिए मिलता तो उन्होंने थाने में ही अपने चेंबर में गाने कंपोज किए और फिर वहीं उन गानों को आवाज भी दी. शुरुआत में उन्होंने कोरोना को लेकर एक गाना कंपोज किया और उसे गाया, जिसे पुलिस फोर्स और जनता की ओर से बेहद पसंद किया गया.

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण का गाना-2

चारण ने बताया कि कोरोना के कारण 4 महीने तक विक्रम सिंह अपने घर नहीं गए और थाने पर ही रहे. इस दौरान उन्होंने थाने में ही अपने चेंबर में कोरोना को लेकर 3 गाने कंपोज किए और उन्हें रिकॉर्ड किया. गाने रिकॉर्ड कर उन्हें यूट्यूब और फेसबुक पर अपलोड किया, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया. विक्रम सिंह ने अपने गाने के जरिए लोगों को कोरोना से कैसे बचें, क्या करें और क्यों करें इसका संदेश दिया है.

पुलिसकर्मी तो गाने सुना करते हैं मोटिवेट

विक्रम सिंह चारण ने बताया कि कोरोना काल में जालूपुरा का वह इलाका जो चारदीवारी से मिलता हुआ है वह डेंजर जोन में था. जहां पर काफी लंबे समय तक कर्फ्यू लगा रहा, जिसके चलते वहां पर तैनात पुलिसकर्मी अपने घर नहीं जा पाते. ऐसे में ड्यूटी के बाद सभी पुलिसकर्मियों का एक गेट टूगेदर किया जाता है, जहां पर गानों के माध्यम से उन्हें मोटिवेट किया जाता है.

जालूपुरा थानाधिकारी विक्रम सिंह चारण का गाना-3

इस दौरान पुलिस कमिश्नरेट के सभी अधिकारियों का भी काफी पॉजिटिव रिस्पांस रहा और उन्होंने गाने कंपोज करने को लेकर मोटिवेट किया. जिसके बाद विक्रम सिंह ने 3 गाने कोरोना वायरस के कंपोज किए और फिर उन्हें अपनी सुरीली आवाज में गाया.

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बता दें कि विक्रम सिंह ने पहला गाना 'कोरोना से बचना हो तो, घर में रहो मेरे यार' कंपोज किया और गाया. वहीं दूसरा गाना उन्होंने 'जिंदगी मौत ना बन जाए' गाया और तीसरा गाना उन्होंने कंपोज किया और गाया जिसके बोल हैं 'कोई जब बाहर जाए तो मास्क लगाएं, मिलके कोरोना भगाएं' यह सभी गाने विक्रम सिंह चारण ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किए हैं और चैनल को विक्रम सिंह चारण सिंगर नाम दिया गया है.

पुलिस हमेशा सकारात्मक रहती है...

जालूपुरा थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि पुलिस पर चाहे कितना ही तनाव आए और चाहे कितनी ही एडवर्स कंडीशन हो पुलिस उसे हमेशा पॉजिटिव ही लेती है. ड्यूटी के दौरान अनेक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए और फिर स्वस्थ होकर ड्यूटी पर लौटे, जिन्हें देखकर अन्य पुलिसकर्मियों का जोश और भी ज्यादा बढ़ गया.

चारण ने बताया कि जो पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण से सही होकर वापस लौटे, उन्होंने अपने प्लाज्मा भी डोनेट किए, इसको लेकर विक्रम सिंह ने एक गाना कंपोज किया है. हालांकि अभी उसे रिकॉर्ड नहीं किया जा सका है. विक्रम सिंह का कहना है कि पुलिसकर्मी अपनी सोच पॉजिटिव रखते हैं और हर काम को पॉजिटिविटी के साथ करते हैं.

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