जयपुर. पॉक्सो मामलों की विशेष अदालत ने नाबालिग पीड़िताओं से दुष्कर्म के 2 अलग-अलग मामलों में सजा सुनाई है. पहले मामले में कोर्ट ने अभियुक्त को 10 साल की सजा सुनाई है और 2 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है. साथ ही दूसरे मामले में अभियुक्त को 10 साल की सजा और 35 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि नाबालिग पीड़िता की सहमति कानून में कोई महत्व नहीं रखती है.
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अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक विजया पारीक ने अदालत को बताया कि 9 अगस्त 2018 को अभियुक्त ने फुलेरा थाना इलाका निवासी नाबालिग पीड़िता को बहला फुसला कर ले गया. अभियुक्त ने उसके साथ दुष्कर्म किया और अगले दिन अभियुक्त की मोटरसाईकिल पर सीकर के एक चौराहे पर हुई दुर्घटना में पीड़िता की मौत हो गई.
वहीं, एक और मामले में अभियुक्त ने सांगानेर थाना इलाका निवासी पीड़िता का 19 जून 2016 को अपहरण कर 3 दिन तक दुष्कर्म किया. पुलिस ने पीड़िता के पिता की रिपोर्ट पर पीड़िता को कोटा से बरामद कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया.