जयपुर. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान विधानसभा की समितियों को जिन उद्देश्यों से बनाया गया था उनके अपेक्षानुसार परिणाम नहीं आ पा रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने समितियों की कार्यप्रणाली के लिए नई अवधारणा विकसित करने पर जोर दिया है. जोशी ने विभिन्न समितियों के सभापतियों के साथ बैठक के दौरान यह बात कही. विधानसभा अध्यक्ष जोशी ने समितियों के कामकाज की भी समीक्षा की.
सीपी जोशी ने बैठक में कहा कि विधान सभा की समितियां महत्वपूर्ण होती है और समितियों को प्रभावशाली तरीके से आमजन की समस्याओं का निपटारा करना चाहिए. जोशी के अनुसार लोकतंत्र में व्यवस्था को मजबूत करने में विधान सभा की समितियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. समितियों के सुझाव लोकतंत्र में प्रभावी वातावरण बनाते हैं. जोशी ने यह भी कहा कि समितियों को प्रभावी बनाने के लिए विधानसभा सचिवालय स्तर पर आवश्यकता होने पर कार्य प्रणाली में परिवर्तन लाया जा सकता है.
समितियों को प्रभावशाली बनाए के दिए सुझाव
बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहां कि समितियों को सक्रिय करने की आवश्यकता है. विधानसभा सदन में जो काम नहीं हो सकते, वह कार्य समितियों के माध्यम से आसानी से करवाए जा सकते हैं. बैठक में विभिन्न समितियों के सभापति भंवर लाल शर्मा, अशोक, रामनारायण मीणा, मंजू देवी, जितेन्द्र सिंह, दीपेन्द्र सिंह, हेमाराम चौधरी, नरेन्द्र बुढानिया, अर्जुनलाल जीनगर, राजेन्द्र पारीक, बृजेन्द्र ओला, शकुन्तला रावत और अनिता भदेल ने विधानसभा समितियों को प्रभावशाली बनाए जाने के लिए सुझाव दिए.
विधानसभा अध्यक्ष ने की समीक्षा
विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने गुरुवार को यहां विधानसभा में म्यूजियम निर्माण कार्य को मौके पर जा कर देखा और कार्यों की समीक्षा की. डॉ. जोशी ने कहा कि डिजिटल प्लेटफार्म को "युवा पीढ़ी पंसद करती है. विधानसभा में बनने वाला डिजिटल म्यूजियम से लोगों को राजस्थान की ऐतिहासिक, राजनैतिक और संवैधानिक स्थितियों की जानकारी मिल सकेगी.