जयपुर. एसओजी ने साइबर ठगी के मामलों का पर्दाफाश करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया (SOG Jaipur arrested cyber frauds) है. भारत में क्लिनिक खोलने और महंगे गिफ्ट भेजने के नाम पर 13.54 लाख रुपए ठगने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ फर्जी शॉपिंग साइट के जरिए 4.85 लाख रुपए ऐंठने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
एसओजी ने 5 साल पुराने साइबर ठगी के मामले में नाइजीरियन गैंग के शातिर गुजरात के नरेंद्र भाई प्रजापत को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पीड़ित संजीव शर्मा से ई-मेल पर संपर्क किया था. वहीं उससे पहले यूके के ऑफशोर ने ग्रीनमार में कार्यरत डॉ केमिली केल्विन ने परिवादी से फेसबुक पर दोस्ती की थी. फिर भारत में क्लिनिक खोलने और महंगे गिफ्ट भेजने के नाम पर झांसे में लिया. इसके बाद विभिन्न बैंक खातों से 13.54 लाख रुपए की धोखाधड़ी की.
एसओजी के उप महानिरीक्षक सत्येन्द्र सिंह के मुताबिक अन्य प्रकरण झुंझुनू के पुलिस थाना कोतवाली में दर्ज किया गया. इसके अनुसंधान के लिए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन एसओजी जयपुर पर प्राप्त हुआ. मामले में झुंझुनू निवासी परिवादी पीयूष कृष्णिया की ओर से ऑनलाइन AC खरीदने के दौरान फर्जी शॉपिंग साईट पर रजिस्ट्रेशन करने के उपरांत कमीशन का लालच देकर परिवादी से 4.85 लाख रुपए विभिन्न बैंक खातो में जमा करवाकर धोखाधड़ी की गई. इस मामले में चित्तौड़गढ़ निवासी शातिर आरोपी असलम मोहम्मद मंसूरी को गिफ्तार किया गया है.
एसओजी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के मुताबिक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन एसओजी पर दर्ज प्रकरण में जोधपुर निवासी परिवादी संजीव शर्मा से वर्ष 2017 में यूके के ऑफशोर ने ग्रीनमार में कार्यरत डॉ. केमिली केल्विन के फेसबुक पर दोस्ती कर भारत में क्लिनिक खोलने की बात कही गई थी. क्लिनिक खोलने और महंगे गिफ्ट भेजने के नाम पर परिवादी से 13.54 लाख रुपए विभिन्न बैंक खातो में जमा करवाकर धोखाधड़ी की गई. प्रकरण में अनुसंधान से परिवादी को फेसबुक और ईमेल से संपर्क करने वाले आरोपी की पहचान की गई. नाइजीरियन गैंग से जुड़े मुख्य गुजरात निवासी आरोपी नरेन्द्र भाई प्रजापत को गिरफ्तार किया गया है.