जयपुर. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में गुरुवार को अलवर में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने अलवर प्रदर्शन करने गए सतीश पूनिया पर जुबानी हमला करते हुए कहा (Tikaram Jully targets Staish Poonia) कि वह अलवर में मंदिर गए थे या किसी वाटर पार्क में ऐश करने.
उन्होंने कहा कि सतीश पूनिया अलवर में वाटर पार्क में आराम कर रहे (Tikaram Jully allegations on Satish Poonia) थे. उन्हें जनता की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि अलवर में वैसे ही पानी नहीं है. ERCP का मुद्दा चल रहा है और पानी की सबसे ज्यादा समस्या 13 जिलों में से अलवर में ही सबसे ज्यादा है. लेकिन वह इसकी बात नहीं कर रहे. जूली ने कहा कि पूनिया वहां नहीं गए, जहां मंदिर टूटा है. वह केवल ऐश करने गए हैं. उन्होंने कहा कि डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, बेरोजगारी भाजपा को नजर नहीं आती. इन्हें केवल हिंदू-मुस्लिम, जाति-धर्म के बीच लोगों को बांट कर भड़काने और अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का ही काम है. उन्होंने अलवर में एक भी बात ऐसी नहीं कि जो तथ्यों पर आधारित हो.
उन्होंने कहा कि अलवर के जिस किसान रूप सिंह की चर्चा राहुल गांधी ने की थी, उसके बारे में भी भाजपा ने गलत बयानबाजी की है. रूप सिंह आज भी सक्षम है और किसानों को आज भी राजस्थान में पूरी सहायता दी जा रही है. जूली ने कहा आरएसएस और भाजपा के लोग षड्यंत्र कर रहे हैं. जबकि हिंदू हम भी हैं और धार्मिक आयोजन हमेशा से हर समुदाय के इस देश में होते रहे, लेकिन भाजपा जिस तरीके से लोगों को भड़का कर अराजकता फैलाने का काम कर रही है. यह सब भाजपा और आरएसएस की शह पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह केवल राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश को भी दूसरी दिशा में लेकर जा रहे हैं. जहां देश की जीडीपी लगातार गिर रही है और देश की संपत्ति तो बेची जा रही है और प्रधानमंत्री अब कोरोना के बाद फिर विदेशों में सैर कर रहे हैं.