जयपुर. पूरे प्रदेश में लंपी बीमारी तेजी से फैलती जा रही है. पिछले 24 घंटों में (Lumpy Disease in Rajasthan) लंपी बीमारी से 1507 गायों की मौत हो गई है. जिसके बाद प्रदेश में लंपी बीमारी से मरने वाली गायों की संख्या 5807 पहुंच गई है. विभाग का मानना है कि औसतन एक से डेढ़ फीसदी संक्रमित गायों की मौत हो रही है. वहीं संक्रमित गायों की संख्या 5,00,000 से ज्यादा हो गई है.
प्रदेश में गायों में फैला यह लंपी रोग सबसे ज्यादा बाड़मेर जिले को प्रभावित कर रहा है. जहां अब तक 1307 गायें दम तोड़ चुकी हैं. इसके बाद गंगानगर में 840 गायों की मौत हुई है. वहीं जालौर में 708, बीकानेर में 646, नागौर में 558 और नागौर के कुचामन सिटी में 205, जैसलमेर में 250, चूरू में 124, हनुमानगढ़ में 126, पाली में 80, उदयपुर में 47, सिरोही में 36, अजमेर में 43, झुंझुनू में 5, जयपुर में 9 और सीकर जिले में 1 गाय की मौत हो चुकी है.
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प्रदेश की 3000 गोशालाएं बनी चिंता का सबब: मंत्री लाल चंद कटारिया ने कहा कि यह बीमारी राजस्थान समेत देश के 10 राज्यों में फैल चुकी है. हालांकि राजस्थान लंपी रोग में 9वें स्थान पर है और डेथ रेट भी एक से डेढ़ प्रतिशत है, लेकिन फिर भी प्रदेश की करीब 3000 गोशालाओं को कैसे इस बीमारी से बचाया जा सके इसे लेकर प्रयास किए जा रहे हैं. यह बीमारी गायों के समूह में रहने के कारण फैल रहीं हैं और यह समूह सबसे ज्यादा गोशालाओं में ही होता है. इसके चलते संक्रमण भी फैल रहा है.
रोका गया ट्रांसपोर्टेशन: राज्य का कृषि विभाग भी इस बीमारी से गायों को बचाने के लिए प्रयासों में जुटा हुआ है. यही कारण है कि संक्रमित गायों को बचाने के लिए दवाओं का प्रबंध किया जा रहा है. इसके साथ ही प्रदेश के कृषि विभाग ने अगले 1 महीने के लिए 16 जिलों में पशुओं के ट्रांसपोर्टेशन (transportation of cows prohibit in 16 districts) पर रोक लगा दी है.