जयपुर. शहर के परकोटा में बनी ताल कटोरा झील अब पहले से बेहतर और स्मार्ट बनेगी. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तालकटोरा झील के जीर्णोद्धार और विकास पर तकरीबन 17 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. पर्यटन विभाग के तत्वावधान में ताल कटोरा झील रिडवलपमेंट अंडर प्रोसेस है. साथ ही यहां पहुंचने वाला सीवर के पानी को भी एसटीपी बनाकर साफ कर झील में छोड़ा जाएगा.
शहर के बीच स्थित तालकटोरा झील इन दिनों गंदगी, सीवरेज के पानी और जल कुम्बियों से अटी पड़ी है. रखरखाव के अभाव में तालकटोरा झील स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. हालांकि, अब स्मार्ट सिटी लिमिटेड झील को संवारने की जिम्मेदारी उठा रहा है.
इसके जीर्णोद्धार में इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि हेरिटेज लुक पर असर ना पड़े. साथ ही जो गंदा पानी तालकटोरा में पहुंचता है उसे साफ करने के लिए एसटीपी, पैदल चलने के लिए स्पेस, लाइटिंग और डेकोरेशन की भी व्यवस्था की जाएगी. इस संबंध में स्मार्ट सिटी सीईओ लोक बंधु ने बताया कि आरटीडीसी के माध्यम से मूल्यांकन चल रहा है.
तकरीबन 17 से 18 करोड़ खर्च कर झील का जीर्णोद्धार किया जाएगा. इसके साथ ही झील में आने वाले सीवरेज के पानी को साफ करने के लिए चौगान स्टेडियम में 1 एमएलडी का एसटीपी प्लांट लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि रिडवलपमेंट प्रक्रिया फिलहाल अंडर बिड प्रोसेस है. जल्द ही वर्क आर्डर जारी किया जाएगा.
बता दें कि शहर की विरासत में शामिल तालकटोरा झील कुछ साल पहले सूख गई थी. जिसे गंदे पानी के जरिए दोबारा भर तो दिया गया. लेकिन इसकी पुरानी छवि को लौटाया नहीं जा सका. ऐसे में अब स्मार्ट सिटी के प्लान में शामिल होने के बाद शहरवासियों को तालकटोरा झील की शोभा लौटने का इंतजार रहेगा.