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प्रदेश में अब 'नो सिंगल यूज प्लास्टिक,' शासन सचिवालय से हुई शुरुआत

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Published : Oct 2, 2019, 11:48 AM IST

Updated : Oct 2, 2019, 4:04 PM IST

प्रदेश में अब सिंगल यूज प्लास्टिक से प्रशासन ने तौबा कर लिया है, जिसकी शुरुआत बुधवार को शासन सचिवालय से हुई. शासन सचिवालय में अब चाहे कॉन्फ्रेंस हो या कोई बैठक, हर जगह प्लास्टिक की बोतलों के बजाय अब कांच की बोतलें नजर आएंगी.

Single use plastic banned in Jaipur, जयपुर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगाई रोक,जयपुर में प्लास्टिक बंद, Plastic closures in jaipur

जयपुर. सरकारी ऑफिस में आब सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लग गई है. यही वजह है कि शासन सचिवालय में कॉन्फ्रेंस, बैठकों में प्लास्टिक की बोतलों के बजाय अब कांच की बोतलें नजर आएंगी. इसका असर सोमवार-मंगलवार को सचिवालय में हुई बैठकों में देखा गया.

जयपुर में 'नो सिंगल यूज प्लास्टिक' की शुरुआत

अभियान के तहत गांवों, शहरों, स्थानीय निकायों और सार्वजनिक स्थानों सहित धार्मिक स्थानों, स्कूल, रेलवे स्टेशन में प्लास्टिक अपशिष्ट का कुशल प्रबंधन करना है. अब चाहे आईएएस अधिकारियों के रिटायरमेंट का कार्यक्रम हो या फिर मुख्यसचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंस या अन्य कोई भी कार्यक्रम, इन सभी जगह दो दिन में पानी बोतल की जगह कांच के गिलास और बोतल का उपयोग किया गया.

पढ़ेंः जयपुर रेलवे स्टेशन पर RPF ने बचाई यात्री की जान

बता दें कि 2 अक्टूबर को राष्ट्रव्यापी श्रमदान और प्रतिज्ञा होगी. 3 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक प्लास्टिक अपशिष्ट की री-साइक्लिंग और प्रभावी निपटारा किया जाएगा. केंद्र ने राज्यों को प्लास्टिक में अवांछित उपयोग की पाबंदी के लिए दंड जुर्माने और प्रक्रिया का प्रावधान किए जाने के लिए कहा है. इसके तहत ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 के तहत दंड और जुर्माने का प्रावधान हो रहा है, राज्य सरकार नोटिफिकेशन जारी कर रही है. जिसमें प्लास्टि मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में सरकार कदम उठाएगी.

जयपुर. सरकारी ऑफिस में आब सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लग गई है. यही वजह है कि शासन सचिवालय में कॉन्फ्रेंस, बैठकों में प्लास्टिक की बोतलों के बजाय अब कांच की बोतलें नजर आएंगी. इसका असर सोमवार-मंगलवार को सचिवालय में हुई बैठकों में देखा गया.

जयपुर में 'नो सिंगल यूज प्लास्टिक' की शुरुआत

अभियान के तहत गांवों, शहरों, स्थानीय निकायों और सार्वजनिक स्थानों सहित धार्मिक स्थानों, स्कूल, रेलवे स्टेशन में प्लास्टिक अपशिष्ट का कुशल प्रबंधन करना है. अब चाहे आईएएस अधिकारियों के रिटायरमेंट का कार्यक्रम हो या फिर मुख्यसचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंस या अन्य कोई भी कार्यक्रम, इन सभी जगह दो दिन में पानी बोतल की जगह कांच के गिलास और बोतल का उपयोग किया गया.

पढ़ेंः जयपुर रेलवे स्टेशन पर RPF ने बचाई यात्री की जान

बता दें कि 2 अक्टूबर को राष्ट्रव्यापी श्रमदान और प्रतिज्ञा होगी. 3 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक प्लास्टिक अपशिष्ट की री-साइक्लिंग और प्रभावी निपटारा किया जाएगा. केंद्र ने राज्यों को प्लास्टिक में अवांछित उपयोग की पाबंदी के लिए दंड जुर्माने और प्रक्रिया का प्रावधान किए जाने के लिए कहा है. इसके तहत ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 के तहत दंड और जुर्माने का प्रावधान हो रहा है, राज्य सरकार नोटिफिकेशन जारी कर रही है. जिसमें प्लास्टि मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में सरकार कदम उठाएगी.

Intro:प्रदेश में अब नो सिंगलयूज प्लास्टिक , शासन सचिवालय हुई शुरुआत , बैठक और अन्य कार्यक्रम में कांच बोतल का होने लगा उपयोग

एंकर:- सरकारी ऑफिस में प्लास्टिक पर रोक लग गई है , यही वजह है कि शासन सचिवालय में कॉन्फ्रेंस,बैठकों में प्लास्टिक की बोतलों के बजाय अब कांच की बोतलें रखना शुरू हो गई हैं। इसकी शुरुआत सोमवार - मंगलवार को सचिवालय में हुई बैठकों में देखा गया ।
वीओ- प्लास्टिक अपशिष्ट मुक्त अभियान स्वच्छता ही सेवा 2019 का 11 सितंबर से तीन चरणों में शुरू हुआ।
अभियान के तहत गांवों शहरों स्थानीय निकायों और सार्वजनिक स्थानों सहित धार्मिक स्थानों स्कूल रेलवे स्टेशन में प्लास्टिक अपशिष्ट का कुशल प्रबंधन करना है। इसी के तहत सचिवालय में तो कॉन्फ्रेंस,बैठकों में इसके बजाय अब कांच की बोतलें रखी गईं हैं। इसकी शुरुआत सोमवार - मंगलवार को सचिवालय में हुई बैठक में दिखा , फिर चाहे आईएएस अधिकारियों के रिटायर्डमेन्ट कार्यक्रम।हो या फिर मुख्यसचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंस , इन सभी जगह दो दिन में पानी बोतल की जगह कांच के गिलास और बोतल का उपयोग देखा गया , दरअसल आज यानी 2 अक्टूबर को राष्ट्रव्यापी श्रमदान और प्रतिज्ञा होगी 3 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक प्लास्टिक अपशिष्ट की रीसाइक्लिंग और प्रभावी निपटारा किया जाएगा।
केंद्र ने राज्यों को प्लास्टिक में अवांछित उपयोग की पाबंदी के लिए दंड जुर्माने और प्रक्रिया का प्रावधान किए जाने के लिए कहा है। इसके तहत ठोस कचरा प्रबंधन नियम 2016 के तहत दंड और जुर्माने का प्रावधान हो रहा है , राज्य सरकार नोटिफिकेशन जारी कर रहा है , जिसमे प्लास्टि मुख्यत प्रदेश बनाने की दिशा में सरकार कदम उठाएगी ,अब सरकारी ऑफिसेस में प्लास्टिक बोतल बन्द करने पर सरकार कर रही विचार
वीओ- इसे केंद्र की महत्वपूर्ण कार्य योजना के रूप में देखा जा रहा है और राज्यों को इसकी पालना रिपोर्ट भी देनी होगी। बैठकों में प्लास्टिक की जगह कांच की बोतल रखकर इसकी शुरुआत हो गई है।Body:VoConclusion:Vo
Last Updated : Oct 2, 2019, 4:04 PM IST
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