जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति पद के लिए शिक्षाविदों से आवेदन मांगे गए हैं. ऐसे शिक्षाविद जिन्हें प्रोफेसर पद पर 10 साल का अनुभव हो. दरअसल, राजस्थान विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति प्रोफेसर आरके कोठारी अपना 3 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद 11 जुलाई को रिटायर होंगे.
जानकार सूत्रों के अनुसार एसके दुबे की अध्यक्षता में गठित चार सदस्य कमेटी विश्वविद्यालय के आगामी कुलपति का नाम तय करेगी. इस कमेटी में राज्यपाल, राज्य सरकार, यूजीसी और सिंडिकेट के प्रतिनिधि शामिल हैं. कमेटी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार राजस्थान यूनिवर्सिटी में अगले 3 साल के लिए नए स्थाई कुलपति का चयन होगा, जिसके लिए आयु सीमा 70 साल तक निर्धारित की गई है.
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कुलपति पद के लिए आवेदन करने वाले शिक्षाविदों को विश्वविद्यालय और राजभवन की वेबसाइट पर निर्धारित प्रोफार्मा में 12 जून शाम 4:30 बजे तक अपने आवेदन भेजने होंगे. ये प्रक्रिया पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी. राविवि में नए स्थाई कुलपति की तलाश के साथ ही कांग्रेस आइडियोलॉजी से जुड़े हुए शिक्षाविद सक्रिय हो गए हैं और आवेदन प्रक्रिया के साथ ही इनकी कोशिशें भी तेज हो गई हैं.
आवेदन प्राप्त होने के बाद कुलपति सर्च कमेटी की बैठक में तय होने वाले नाम राज्यपाल और राज्य सरकार को भिजवाए जाएंगे. राज्यपाल और राज्य सरकार की मुहर के बाद ही नए कुलपति की राविवि में नियुक्ति होगी. बता दें कि कुलपति की योग्यता को लेकर काफी घमासान देखने को मिले हैं. इससे पहले सबसे ज्यादा राजनीतिक घमासान डॉक्टर देव स्वरूप और जेपी सिंघल के कुलपति रहने के दौरान उनकी योग्यता को लेकर देखने को मिले थे, जिसके बाद स्पष्ट शब्दों में कुलपति पद की योग्यता को सामने रखा गया है.