जयपुर. अजमेर के रूपनगढ़ में मकान के अंदर 9 माह की बच्ची होने के बावजूद घर सीज करने के मामले में शनिवार देर रात सरकार ने एसडीएम अंजू शर्मा को निलंबित कर दिया गया. कार्मिक विभाग ने उन्हें कार्य में लापरवाही बरतने का दोषी मानते हुए, निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए है.
बता दें कि रूपगढ़ की निजी फाइनेंस कंपनी ने लोन नहीं चुकाने पर मकान को सीज किया था. कार्रवाई के दौरान 9 माह की बच्ची अंदर सो रही थी, लेकिन परिजनों को उसे निकालने का भी मौका नहीं दिया गया. यह जानते हुए भी कि बच्ची अंदर है, मकान को सीज कर दिया गया. जिसके बाद बच्ची के परिजन एसडीएम और पुलिस तक मामले को लेकर पहुंचे, लेकिन वहां उनकी कोई कार्रवाई नहीं हुई. बाद में वह कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा के पास पहुंचे, तो बच्ची को बाहर निकलवाया गया. इस दौरान बच्ची 8 घंटों तक बंद रही.
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यह मामला शुक्रवार को विधानसभा में उठाया गया था. जिसमें पुष्कर विधायक सुरेश रावत बच्ची को विधानसभा में लेकर पहुंचे थे और मामले में उचित कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई और रूपनगढ़ एसडीएम को लापरवाही बरतने और मामले को गंभीरता से नहीं लेने का दोषी पाया. इस मामले में थानाधिकारी सुनील बेड़ा को भी निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. क्योंकि पीड़ित परिवार थाने पर भी अपनी फरियाद लेकर पहुंचा था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.