जयपुर. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष सुनील कोठारी के त्यागपत्र देने और राघव शर्मा को नया अध्यक्ष बनाने के बाद हो रही सियासत पर अपनी सफाई दी है. पूनिया के कहा कि संगठन में बदलाव का उनका अपना अधिकार है. कोठारी सहित अन्य लोगों को नए काम की जिम्मेदारियां दी जानी हैं, जिसके चलते ये बदलाव हुआ है.
पढ़ें: गहलोत के ट्वीट पर बरसे पूनिया, कहा- अपनी विफलता छुपाने को दूसरों पर तोहमत लगाना पुरानी आदत
पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूनिया ने जयपुर शहर अध्यक्ष के त्यागपत्र और नए अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर चल रही चर्चा को गलत बताया और यह भी कहा कि विधायक या सांसदों की आपत्ति को लेकर कोई बदलाव नहीं हुआ है. कोठारी के व्यक्तिगत कारण थे, जिसके कारण उन्होंने त्यागपत्र दिया. सुनील कोठारी पूर्व में प्रदेश के उपाध्यक्ष रहे हैं. इस नाते उन्हें दूसरी जिम्मेदारियां दी जानी हैं, जो शहर अध्यक्ष रहते हुए वो पूरा नहीं कर पाएंगे.
नए पदाधिकारियों को भी अपने बयान के जरिए दी चेतावनी...
पूनिया ने अपने बयानों के जरिए हाल ही में बनाए गए नए प्रदेश पदाधिकारियों को भी जता दिया कि वह सक्रियता के साथ काम करे. पूनिया ने कहा कि सक्रियता राजनीति में पहला मापदंड होती है और निश्चित तौर पर यदि कोई सक्रिय नहीं है तो उसको बदला भी जा सकता है. लेकिन सक्रिय और काम करने वाले को उनके परफॉर्मेंस के आधार पर पद भी दिया जाता है और जिम्मेदारी भी. फिलहाल राजधानी जयपुर में ही भाजपा इकाई में चल रही उठापटक पर सवाल उठने लगे हैं. जिस पर प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी सफाई भी मीडिया में दी है, लेकिन बड़ा सवाल यही है कि यदि पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक होता तो शायद यह घटनाक्रम होता ही नहीं.