जयपुर. गणतंत्र दिवस समारोह में हुए सम्मान पर अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं. पूनिया ने प्रदेश राज्य स्तरीय सम्मान के लिए होने वाले चयन और मापदंड प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए और यह भी कहा कि प्रदेश सरकार अपनों को उपकृत करने में लगी है.
बता दें कि इस बार 26 जनवरी को राज्य स्तरीय समारोह में करीब 35 कर्मचारियों और लोगों का उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सम्मान किया गया है. जिनमें चार लोगों के सम्मान पर पूनिया ने सवाल उठाए हैं. इनमें टिड्डी दल नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जैसलमेर कलेक्टर नमित मेहता को मिले सम्मान पर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया.
पूनिया ने कहा जिस जिले में टिड्डी दल से सर्वाधिक किसानों को नुकसान हुआ, वहां के कलेक्टर को ही सरकार ने सम्मानित कर डाला. वहीं विवादों में पड़ी पंचायतों के पुनर्गठन प्रक्रिया में उल्लेखनीय कार्य का हवाला देकर नायाब तहसीलदार रूघाराम सेन और सांभर झील में पक्षी त्रासदी के दौरान तेजी से राहत कार्य पहुंचाने के लिए पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर उम्मेद सिंह को मिले सम्मान पर पूनिया ने सवाल उठाया.
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उन्होंने कहा कि पक्षी त्रासदी में जो राहत कार्य प्रदेश सरकार ने की है वह नाकाफी थी. वहीं पंचायतों के पुनर्गठन का मामला इतना विवादों में रहा कि सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया, बावजूद इसके सरकार अपनों को उपकृत करने में जुटी है. ऊर्जा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला के पीए मोहन खंडेलवाल के सम्मान पर भी सतीश पूनिया ने सवाल उठाए.