जयपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से प्रेस वार्ता में लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि आज जनता ने पूरे देश से कांग्रेस को नकार दिया है. यही कारण है कि अपनी जेब मिटाने के लिए अब कांग्रेस और उसके नेता किसानों को गुमराह कर रहे हैं.
पूनिया ने कहा कि प्रेस वार्ता में जो आरोप लगाया गया उसको सुनकर ताज्जुब हुआ क्योंकि किसानों के मामले में अब कांग्रेस के नेता मोदी सरकार से जवाब मांग रहे हैं. जबकि प्रधानमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया कि न्यूनतम खरीद की दर जारी रहेगी और संविदा खेती किसानों की शर्त पर ही होगी.
सतीश पूनिया ने कहा कि 55 वर्षों तक देश में शासन करने के बाद अब कांग्रेस को किसानों की याद आ रही है, लेकिन इतने लंबे समय तक उन्हें किसने मना किया था कि किसानों का हित ना करें. उन्होंने कहा कि जब अटल सरकार में किसान क्रेडिट कार्ड योजना लाई गई, तब भी कांग्रेस ने उसकी तारीफ नहीं की.
पूनिया ने कहा कि मोदी सरकार में स्वाइल कार्ड, किसान फसल बीमा योजना सहित कई किसानों से जुड़ी योजनाओं की भी कोई तारीफ नहीं की और अब जब किसानों के हित में कानून लाया गया है तो उसका विरोध किया जा रहा है. जबकि मौजूदा कानून में किसान अपनी फसल अपने हिसाब से दाम तय कर देश में कहीं पर भी बेचने के लिए स्वतंत्र होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता भ्रम फैला रहे हैं कि इससे मंडियों को नुकसान होगा. जबकि यह भी साफ किया जा चुका है कि मंडिया भी यथावत जारी रहेगी जिसे मंडियों में बेचना है वह मंडियों में भी बेच सकता है.
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उन्होंने कहा कि बीते सालों में कर्नाटक, हरियाणा और पंजाब ऐसे प्रदेश रहे जहां कांग्रेस की ही सरकारों ने इन कानूनों से मिलते जुलते प्रावधानों को अपने यहां अपनाया, लेकिन अब कांग्रेस के नेता मौजूदा कृषि बिलों का विरोध कर रहे हैं. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार तक सीमित रह गई है और जिस तरह देश की जनता ने कांग्रेस को नकार दिया उसके बाद अब अपना चेहरा छुपाने के लिए उसके नेता किसानों को बरगला रहे हैं ताकि देश में अराजकता पैदा हो.