जयपुर. राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई करने जलदाय मंत्री महेश जोशी पहुंचे. इस दौरान सवाईमाधोपुर के रणथम्भौर के एक आश्रम में रहने वाले हनुमान सहाय नाम के साधु ने जोशी को बताया कि दबंग उनके गणेश धाम आश्रम पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस से शिकायत करने के बावजूद भी उन्हें राहत नहीं मिल रही है. अगर उनके आश्रम को बचाने में प्रशासन से सहयोग नहीं मिला और उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई, तो उनके पास आत्मदाह करने के अलावा कोई रास्ता नहीं (Saint threatens self immolation) बचेगा.
दरअसल साधु एक बार मंत्री से मुलाकात करने के बाद सन्तुष्ट हो गए, लेकिन मीडिया से बात करने में उन्होंने आत्मदाह करने की बात कही और दोबारा जनसुनवाई में पहुंच गए. जनसुनवाई में दोबारा पहुंचे साधु ने अपने समर्थकों के साथ मंत्री महेश जोशी को जब यह कहा कि उनकी सुनवाई नहीं होती है, तो उनके पास आत्मदाह करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा. जैसे ही साधु ने आत्मदाह करने की बात कही, तो मंत्री महेश जोशी नाराज हो (Joshi fumes at saint self immolation threat) गए.
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उन्होंने साधु से कहा कि मैंने आपकी समस्या सुनकर डीजीपी से आपको सुरक्षा देने की बात कह दी है. इसके बावजूद आप आत्मदाह करने जैसी कमजोर बात क्यों कर रहे हैं? जोशी ने कहा कि आप साधु हो, जो दूसरे की समस्या का समाधान करते हैं और आपके तो शिष्य भी हैं. ऐसे में आप अगर ऐसी कमजोर बात करेंगे तो आप किस बात के गुरु हो. अगर कोई शिष्य आत्महत्या करने जैसी बात करे, तो गुरु उन्हें सही मार्ग दिखाता है. लेकिन अगर आप खुद गुरू होकर ऐसी बात करेंगे तो आप कैसे साधु हो? जोशी ने कहा साधु की समस्या के बारे में डीजीपी को बता दिया गया है और उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा. लेकिन उन्हें इस तरह की गलत बात नहीं करनी चाहिए.
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आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भरतपुर में भी एक साधु ने आत्मदाह कर लिया (Saint self immolation case in Bharatpur) था ,जिसमें सरकार की खासी बदनामी हुई थी. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आत्मदाह की धमकी देने वाले साधु को भले ही मंत्री ने समझा दिया हो, लेकिन उनकी धमकी ने सरकार के कान खड़े कर दिए हैं. ये जमीन गोशाला के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दी थी. अब पूर्व महंत की डेथ के बाद गोशाला और जमीन उनके शिष्य हनुमान के पास है.