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अहम फैसले : पूर्व सैनिकों की समस्याओं को लेकर लगेगा 'मंत्री दरबार', सभी जिलों में खुलेंगे सेना भर्ती के निःशुल्क ट्रेनिंग सेंटर

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Published : Sep 26, 2019, 7:27 PM IST

शासन सचिवालय में हुई सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास पूर्व सैनिकों और शहीदों की समस्याओं के निपटारे के लिए महीने में एक बार जनसुनवाई करेंगे.

free army recruits training center, सेना भर्ती की निशुल्क ट्रेनिंग

जयपुर. राजस्थान के पूर्व सैनिकों और उनके परिवार वालों को अब विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. प्रदेश सरकार के सैनिक कल्याण मंत्री अब पूर्व सैनिकों की समस्याओं को लेकर महीने में एक बार जनसुनवाई करेंगे. सचिवालय में हुई सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए. जनसुनवाई सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और खेल मंत्री अशोक चांदना करेंगे.

प्रदेश में पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर लगेगा मंत्री दरबार

हर महीने होगी जनसुनवाई

बैठक के बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पूर्वसैनिकों और शहीदों के आश्रितों को विभागों के चक्कर काटने पड़ते हैं. फिर भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता, ऐसे में सैनिक कल्याण विभाग की बैठक में तीन अहम निर्णय लिए गए हैं. जिनमें पहला निर्णय सैनिक कल्याण मंत्री द्वारा हर महीने पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर जन सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है.

पढ़ेंः वाड्रा मामला : निर्धारित समय से पहले सुनवाई पर जबरदस्त बहस, वाड्रा के वकीलों पर कोर्ट को गुमराह करने का आरोप

स्कूली पाठ्यक्रम में पढ़ाए जाएंगे सेना भर्ती के नियम

दूसरा निर्णय यह लिया गया है कि स्कूली पाठ्यक्रम में सेना में भर्ती होने के नियमों के बारे में पढ़ाया जाएगा. इसका उद्देश्य अधिक से अधिक बच्चों को सेना में भर्ती होने को लेकर प्रेरित किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के उदयपुर, बाड़मेर, प्रतापगढ़ जिलों में बहुत ही कम संख्या में लोग सेना में भर्ती हुए हैं. इसलिए प्रदेश में बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ ही सेना में भर्ती होने का जज्बा भी पैदा हो और सेना में भर्ती होने के नियम के बारे में जानकारी हो इसके लिए पाठ्यक्रम में जोड़ा जाने का लिया गया है.

खुलेंगे निशुल्क कोचिंग सेंटर

उन्होंने बताया कि तीसरा निर्णय प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर बच्चों को सेना में भर्ती होने के लिए निशुल्क कोचिंग सेंटर खोलने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि यह कोचिंग सेंटर चैरिटी के माध्यम से चलाए जाएंगे. इसमें जिले की रिटायर्ड फौजी और अधिकारियों की सेवाएं भी ली जाएंगी. फंड के लिए चैरिटी का इस्तेमाल किया जाएगा.

पढ़ेंः सीएम गहलोत ने केंद्रीय कोयला व ऊर्जा राज्यमंत्री को लिखी चिट्ठी, राजस्थान को लेकर की ये मांग

प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे बच्चे हैं जो सुबह 4:00 बजे अंधेरे में सेना में भर्ती होने के लिए दौड़ लगाते हैं. लेकिन उनके पास संसाधनों का आभाव है. ऐसे में जिन बच्चों में देशभक्ति का भाव है और वह सेना में भर्ती होना चाहते हैं, उन बच्चों को तैयार करने के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे. जिनमें बच्चों को निशुल्क सेना में भर्ती होने की ट्रेनिंग और पढ़ाई कराई जाएगी.

जयपुर. राजस्थान के पूर्व सैनिकों और उनके परिवार वालों को अब विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. प्रदेश सरकार के सैनिक कल्याण मंत्री अब पूर्व सैनिकों की समस्याओं को लेकर महीने में एक बार जनसुनवाई करेंगे. सचिवालय में हुई सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए. जनसुनवाई सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और खेल मंत्री अशोक चांदना करेंगे.

प्रदेश में पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर लगेगा मंत्री दरबार

हर महीने होगी जनसुनवाई

बैठक के बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पूर्वसैनिकों और शहीदों के आश्रितों को विभागों के चक्कर काटने पड़ते हैं. फिर भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता, ऐसे में सैनिक कल्याण विभाग की बैठक में तीन अहम निर्णय लिए गए हैं. जिनमें पहला निर्णय सैनिक कल्याण मंत्री द्वारा हर महीने पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर जन सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है.

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स्कूली पाठ्यक्रम में पढ़ाए जाएंगे सेना भर्ती के नियम

दूसरा निर्णय यह लिया गया है कि स्कूली पाठ्यक्रम में सेना में भर्ती होने के नियमों के बारे में पढ़ाया जाएगा. इसका उद्देश्य अधिक से अधिक बच्चों को सेना में भर्ती होने को लेकर प्रेरित किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के उदयपुर, बाड़मेर, प्रतापगढ़ जिलों में बहुत ही कम संख्या में लोग सेना में भर्ती हुए हैं. इसलिए प्रदेश में बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ ही सेना में भर्ती होने का जज्बा भी पैदा हो और सेना में भर्ती होने के नियम के बारे में जानकारी हो इसके लिए पाठ्यक्रम में जोड़ा जाने का लिया गया है.

खुलेंगे निशुल्क कोचिंग सेंटर

उन्होंने बताया कि तीसरा निर्णय प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर बच्चों को सेना में भर्ती होने के लिए निशुल्क कोचिंग सेंटर खोलने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि यह कोचिंग सेंटर चैरिटी के माध्यम से चलाए जाएंगे. इसमें जिले की रिटायर्ड फौजी और अधिकारियों की सेवाएं भी ली जाएंगी. फंड के लिए चैरिटी का इस्तेमाल किया जाएगा.

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प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे बच्चे हैं जो सुबह 4:00 बजे अंधेरे में सेना में भर्ती होने के लिए दौड़ लगाते हैं. लेकिन उनके पास संसाधनों का आभाव है. ऐसे में जिन बच्चों में देशभक्ति का भाव है और वह सेना में भर्ती होना चाहते हैं, उन बच्चों को तैयार करने के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे. जिनमें बच्चों को निशुल्क सेना में भर्ती होने की ट्रेनिंग और पढ़ाई कराई जाएगी.

Intro:
जयपुर

प्रदेश में पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर लगेगा मंत्री दरबार , महीने में एक बार सैनिक कल्याण मंत्री करेंगे पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर जनसुनवाई , स्कूल कक्षा में भी पढ़ाई जाएगा सेना में भर्ती होने के नियम

एंकर:- प्रदेश में पूर्वसैनिकों की समस्याओं को समाधान को लेकर महीने में एक बार मंत्रीदरबार लगेगा , सैनिक कल्याण मंत्री पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर जनसुनवाई करेंगे , इसके अलावा स्कूली शिक्षा में बच्चों को सेना में भर्ती होने की नियम भी पढ़ाई जाएंगे , इसके साथ प्रत्येक जिले में सैनिक प्रशिक्षण केंद्र भी खोले जाएंगे , जहां पर बच्चों को निशुल्क सेना में भर्ती होने की ट्रेनिंग दी जाएगी।


Body:VO:- राजस्थान के पूर्व सैनिकों और उनके परिवार वालों को अब विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे , राजस्थान की सरकार अब पूर्व सैनिकों की समस्याओं को लेकर महीने में एक बार जनसुनवाई करेगी , यह जनसुनवाई सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और अशोक चांदना करेंगे यह निर्णय आज सचिवालय में हुई सैनिक कल्याण विभाग की बैठक में लिया गया , बैठक के बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कई बार शिकायत है कि पूर्वसैनिकों और शहीदों के आश्रितों को विभागों के चक्कर काटने पड़ते हैं , लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता ऐसे में आज हुई सैनिक कल्याण विभाग की बैठक में तीन निर्णय लिए गए , जिनमें पहला निर्णय सैनिक कल्याण मंत्री द्वारा हर महीने पूर्वसैनिकों की समस्याओं को लेकर जन सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है , दूसरा निर्णय की स्कूली पाठ्यक्रम में सेना में भर्ती होने के नियमों के बारे में पढ़ाया जाएगा इसका उद्देश्य एक ही बच्चों को अधिक से अधिक सेना में भर्ती होने को लेकर प्रेरित किया जाए उन्होंने कहा कि प्रदेश के उदयपुर बाड़मेर प्रतापगढ़ यहां पर बहुत ही कम संख्या में लोक सेना में भर्ती हुई इसलिए प्रदेश में बच्चों में स्कूली शिक्षा के साथ ही सेना में भर्ती होने का जज्बा भी पैदा हो और सेना में भर्ती होने के नियम के बारे में जानकारी हो इसके लिए पाठ्यक्रम में जोड़ा जाने का लिया गया , तीसरा निर्णय प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर बच्चों को सेना में भर्ती होने के लिए निशुल्क कोचिंग सेंटर खोलने का निर्णय लिया है , उन्होंने कहा कि यह कोचिंग सेंटर चैरिटी के माध्यम से चलाई जाएंगे इसमें जिले की रिटायर्ड फौजी अधिकारियों की सेवाएं भी ली जाएगी फंड के लिए चैरिटी का इस्तेमाल किया जाएगा । प्रताप सिंह का तेजस ने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे बच्चे हैं जो सुबह 4:00 बजे अंधेरे में सेना में भर्ती होने के लिए दौड़ लगाते हैं लेकिन उनके पास में संसाधनों का भाव है ऐसे में जिन बच्चों में देशभक्ति का भाव है और वह सेना में भर्ती होना चाहते हैं उन बच्चों को प्यार करने के लिए सभी जिला मुख्यालय पर कोचिंग स्टार्ट खोले जाएंगे जिनमें बच्चों को निशुल्क सेना में भर्ती होने की ट्रेनिंग और पढ़ाई कराई जाएगी।
बाइट:- प्रताप सिंह - सैनिक कल्याण मंत्री



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