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RSLDC घूसकांड मामला: IAS प्रदीप गवंडे से हुई पूछताछ, अब आईएएस नीरज के पवन की बारी

आरएसएलडीसी (RSLDC) घूसकांड प्रकरण में राजस्थान एसीबी (ACB) ने गुरुवार को आईएएस प्रदीप गवंडे से पूछताछ की. एसीबी सूत्रों का कहना है कि अब जल्द ही आईएएस नीरज के पवन पर शिकंजा कसा जाएगा और उन्हें पूछताछ के लिए एसीबी मुख्यालय बुलाया जाएगा.

rajasthan acb action, Rajasthan ACB
RSLDC घूसकांड मामला
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Published : Sep 17, 2021, 7:19 AM IST

जयपुर. आरएसएलडीसी (RSLDC) घूसकांड प्रकरण में राजस्थान एसीबी (ACB) ने अपनी जांच को तेजी से आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में गुरुवार देर शाम आईएएस प्रदीप गवंडे को एसीबी मुख्यालय बुलाकर उनसे पूछताछ की गई. एसीबी सूत्रों की मानें तो कई घंटों तक एसीबी के अलग-अलग अधिकारियों ने गवंडे से प्रकरण को लेकर पूछताछ की.

पढ़ें- RSLDC घूसकांड: ACB की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे, परिवादी से डील होने के बाद Process शुरू

एसीबी की ओर से आरएसएलडीसी के कार्यालय से जो पत्रावलियों सीज की गई है, उसके बारे में भी गवंडे से पूछताछ की गई. पूछताछ करने के बाद देर रात को गवंडे को एसीबी मुख्यालय से जाने दिया गया. वहीं, इस पूरे प्रकरण को लेकर एसीबी सूत्रों का कहना है कि अब जल्द ही आईएएस नीरज के पवन पर शिकंजा कसा जाएगा और उन्हें पूछताछ के लिए एसीबी मुख्यालय बुलाया जाएगा.

वहीं, प्रकरण में 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए आरएसएलडीसी के मैनेजर राहुल कुमार गर्ग और स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान को रिमांड अवधि पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया जाएगा. दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक बार फिर से एसीबी रिमांड पर ले सकती है और आईएएस नीरज के पवन व प्रदीप गवंडे के सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है.

घर से बरामद हुई 2.30 लाख रुपए की राशि

आरएसएलडीसी घूसकांड प्रकरण में रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किए गए स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान के घर से 2.30 लाख रुपए की राशि रिकवर की गई है. इसके साथ ही आरोपी के कुछ अन्य ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई अभी बाकी है. आरोपी के कुछ बैंक अकाउंट और बैंक लॉकर के बारे में भी एसीबी के हाथ जानकारी लगी है, जिसके आधार पर एसीबी का सर्च जारी है.

वहीं, यह आशंका जताई जा रही है कि आरोपी के बैंक अकाउंट और लॉकर खंगालने पर एक बड़ी अघोषित आय का खुलासा हो सकता है. फिलहाल, प्रकरण में एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के सुपर विजन में लगातार कार्रवाई जारी है.

बता दें, राजस्थान एसीबी ने राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम में 5 लाख रुपए की घूस लेते हुए मैनेजर राहुल और को-ऑर्डिनेटर सांगवान सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया है. इसके साथ ही प्रकरण में कार्रवाई करते हुए 2 आईएएस अधिकारियों के मोबाइल फोन सीज किए गए थे. जिसमें प्रदीप गवंडे और नीरज के. पवन के मोबाइल सीज किए गए थे. बताया जा रहा है कि कौशल विकास की ट्रेनिंग कोर्स में भ्रष्टाचार फैलाया जा रहा था. जिसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय को प्राप्त हुई थी. इस पर एसीबी ने आरएसएलडीसी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर सर्विलांस रखना शुरू किया था.

एसीबी की टीम को यह लीड मिली थी कि शनिवार को झालाना स्थित आरएसएलडीसी कार्यालय में मैनेजर राहुल गर्ग और को-ऑर्डिनेटर सागवान 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेने वाले हैं. टेक्निकल इनपुट के आधार पर एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए रिश्वत राशि लेते हुए मैनेजर राहुल गर्ग और कोर्डिनेटर सागवान को हिरासत में ले लिया. साथ ही दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है.

जयपुर. आरएसएलडीसी (RSLDC) घूसकांड प्रकरण में राजस्थान एसीबी (ACB) ने अपनी जांच को तेजी से आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में गुरुवार देर शाम आईएएस प्रदीप गवंडे को एसीबी मुख्यालय बुलाकर उनसे पूछताछ की गई. एसीबी सूत्रों की मानें तो कई घंटों तक एसीबी के अलग-अलग अधिकारियों ने गवंडे से प्रकरण को लेकर पूछताछ की.

पढ़ें- RSLDC घूसकांड: ACB की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे, परिवादी से डील होने के बाद Process शुरू

एसीबी की ओर से आरएसएलडीसी के कार्यालय से जो पत्रावलियों सीज की गई है, उसके बारे में भी गवंडे से पूछताछ की गई. पूछताछ करने के बाद देर रात को गवंडे को एसीबी मुख्यालय से जाने दिया गया. वहीं, इस पूरे प्रकरण को लेकर एसीबी सूत्रों का कहना है कि अब जल्द ही आईएएस नीरज के पवन पर शिकंजा कसा जाएगा और उन्हें पूछताछ के लिए एसीबी मुख्यालय बुलाया जाएगा.

वहीं, प्रकरण में 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए आरएसएलडीसी के मैनेजर राहुल कुमार गर्ग और स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान को रिमांड अवधि पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया जाएगा. दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक बार फिर से एसीबी रिमांड पर ले सकती है और आईएएस नीरज के पवन व प्रदीप गवंडे के सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती है.

घर से बरामद हुई 2.30 लाख रुपए की राशि

आरएसएलडीसी घूसकांड प्रकरण में रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किए गए स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान के घर से 2.30 लाख रुपए की राशि रिकवर की गई है. इसके साथ ही आरोपी के कुछ अन्य ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई अभी बाकी है. आरोपी के कुछ बैंक अकाउंट और बैंक लॉकर के बारे में भी एसीबी के हाथ जानकारी लगी है, जिसके आधार पर एसीबी का सर्च जारी है.

वहीं, यह आशंका जताई जा रही है कि आरोपी के बैंक अकाउंट और लॉकर खंगालने पर एक बड़ी अघोषित आय का खुलासा हो सकता है. फिलहाल, प्रकरण में एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के सुपर विजन में लगातार कार्रवाई जारी है.

बता दें, राजस्थान एसीबी ने राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम में 5 लाख रुपए की घूस लेते हुए मैनेजर राहुल और को-ऑर्डिनेटर सांगवान सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया है. इसके साथ ही प्रकरण में कार्रवाई करते हुए 2 आईएएस अधिकारियों के मोबाइल फोन सीज किए गए थे. जिसमें प्रदीप गवंडे और नीरज के. पवन के मोबाइल सीज किए गए थे. बताया जा रहा है कि कौशल विकास की ट्रेनिंग कोर्स में भ्रष्टाचार फैलाया जा रहा था. जिसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय को प्राप्त हुई थी. इस पर एसीबी ने आरएसएलडीसी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर सर्विलांस रखना शुरू किया था.

एसीबी की टीम को यह लीड मिली थी कि शनिवार को झालाना स्थित आरएसएलडीसी कार्यालय में मैनेजर राहुल गर्ग और को-ऑर्डिनेटर सागवान 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेने वाले हैं. टेक्निकल इनपुट के आधार पर एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए रिश्वत राशि लेते हुए मैनेजर राहुल गर्ग और कोर्डिनेटर सागवान को हिरासत में ले लिया. साथ ही दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है.

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