जयपुर. जेएलएन रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए एमएनआईटी के सामने रोड कट और सरस पार्लर को बंद किया जाएगा. वहीं शहर के प्रमुख चौराहों पर दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए जेडीए अभियंताओं की टीम की ओर से दिए गए सुझावों को लागू करने के लिये डेढ़ करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है.
जेडीए मुख्यालय पर आज ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की 78वीं बैठक संपन्न हुई. बैठक में जयपुर शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और तिराहों-चौराहों पर दुर्घटना रोकने पर विस्तार से चर्चा कर अहम फैसले लिए गए. बैठक में एमएनआईटी के सामने रोड कट और आरसीडीएफ के सरस पार्लर को बंद करने का फैसला लिया गया.
इस फैसले के बाद सड़क पर ट्रैफिक दबाव कम हो सकेगा. बैठक में एमएनआईटी प्रोफेसर ने रोड कार्ड बंद करने पर सहमति दी. वहीं आरसीडीएफ के अधिकारी सरस पार्लर बंद करने पर रजामंद हुए. जेडीसी टी रविकांत की अध्यक्षता में हुई बैठक में शहर के प्रमुख चौराहों पर बीते दिनों हुई दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इस संबंध में बनाई गई जेडीए अभियंताओं की टीम की ओर से दिए गए सुझावों को लागू करने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई.
सुझावों के तहत दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात पुलिस द्वारा सिग्नल सिंक्रोनाइजेशन, सिग्नल फॉल्ट मॉनिटरिंग सिस्टम और पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम, एलईडी बोर्ड, पीए सिस्टम, हाई मास्क लाइट, आईटीएमएस के तहत यातायात उल्लंघन विश्लेषक कैमरे लगाए जाने पर चर्चा हुई.
बैठक में ई-कार्ट वाहन की वृद्धि करते हुए जयपुर के निषेध क्षेत्रों को छोड़ते हुए, वाहनों को लाइसेंस जारी करने का निर्णय लिया गया. वहीं पुरानी घाट की घुनी से बाहरी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए जेडीए और ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों द्वारा सर्वे कर बैरिकेट्स लगाए जाने के भी निर्देश दिए.
बैठक में जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव, जेडीए सचिव अर्चना सिंह, अतिरिक्त कमिश्नर अजय पाल लांबा, ट्रैफिक उपायुक्त राहुल प्रकाश, स्मार्ट सिटी, पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे. संभव है टीसीबी की बैठक में लिए गए फैसलों के बाद शहर में हो रही दुर्घटनाओं पर कुछ हद तक लगाम जरूर लगेगी.