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संक्रमितों की मौतें बढ़ी, क्या शुरू हो गया आंकड़े छुपाने का खेल...जयपुर शहर के श्मशान घाट पर व्यवस्थाओं का रियलिटी चेक - जयपुर शहर के श्मशान घाट

कोरोना संक्रमितों की मौत के आंकड़ों में इजाफा हो रहा (corona death in Rajasthan) है. वहीं हर दिन संक्रमितों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या मौत का आंकड़ा छुपाया जा रहा है. ईटीवी भारत शहर के प्रमुख श्मशान स्थल पहुंचा, जहां व्यवस्थाओं और आंकड़ों का जायजा लिया.

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जयपुर शहर के श्मशान घाट का रियलिटी चेक
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Published : Jan 23, 2022, 6:55 PM IST

जयपुर. प्रदेश में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ती जा रही (corona cases in Rajasthan) है. प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 112 है. राजधानी में ये आंकड़ा 30 का है लेकिन जिस तरह हर दिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे अब आम जनता के जहन में ये सवाल भी उठने लगा है कि कहीं राज्य सरकार मौत का आंकड़ा छुपा तो नहीं रही (corona death in Jaipur). इसका जवाब ढूंढने के लिए ईटीवी भारत शहर के प्रमुख आदर्श नगर और चांदपोल श्मशान घाट पहुंचा. यहां व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ-साथ मौत के आंकड़ों की हकीकत तो जानने की भी कोशिश की (Last rites of Corona infected in Jaipur Crematorium).

कोरोना की पहली और दूसरी लहर में सरकार की ओर से जारी किए जाने वाले मौत के आंकड़े और श्मशान घाटों तक पहुंचने वाले मृतकों की संख्या में भिन्नता देखने को मिली थी. अब जब कोरोना मरीजों की संख्या दोबारा बढ़ने लगी है, ऐसे में आम जनता के बीच मौत के आंकड़ों को लेकर सवाल उठने लगे हैं जिनका जवाब ढूंढने के लिए ईटीवी भारत में सबसे पहले आदर्श नगर शमशान घाट पहुंचा. यहां हेरिटेज निगम के निर्देश पर एक बार फिर कोरोना मृतकों का निशुल्क अंतिम संस्कार शुरू किया गया है.

जयपुर शहर के श्मशान घाट का रियलिटी चेक

यह भी पढ़ें. Corona deaths in Rajasthan 2022: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बढ़ा मौत का आंकड़ा, जीनोम सीक्वेंसिंग भी हुई बंद

रविवार को भी यहां आरयूएचएस से एक कोरोना से काल का ग्रास बने व्यक्ति की अंत्येष्टि की गई. जिसमें कोरोना प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखा गया. यहां सेवादारों ने पीपीई किट पहन कर दाह संस्कार किया. वहीं श्रीनाथ गोशाला चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने बताया कि निगम से मिले आदेश पर कोरोना गाइडलाइन के अनुसार आदर्श नगर मोक्षधाम पर कोरोना मृतकों की अंत्येष्टि का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अब तक यहां 7 अंत्येष्टि हुई है. इससे ये स्पष्ट है कि जयपुर में दूसरे श्मशान घाटों पर भी कोरोना मृतकों का दाह संस्कार किया जा रहा है. प्रताप नगर और आदर्श नगर के सर्व समाज के मोक्ष धाम में 20 से ज्यादा अंत्येष्टि की जा चुकी है. जहां मृतकों के परिजनों से शुल्क भी वसूला जा रहा है. उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए दूसरे श्मशान घाटों पर हो रही अंत्येष्टि पर प्रतिबंध लगाया जाए. इससे कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा भी साफ हो जाएगा.

यह भी पढ़ें. Corona Spike In Jaipur: राजधानी में कोरोना के बढ़े मामले, अब महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में भी होगी जीनोम सीक्वेंसिंग

आदर्श नगर श्मशान घाट के बाद ईटीवी भारत जयपुर के सबसे बड़े चांदपोल श्मशान घाट पहुंचा. जहां दूसरी लहर में इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में कोरोना मृतकों की अंत्येष्टि की व्यवस्था थी. यहां मौजूद केयरटेकर विशाल शर्मा ने बताया कि 2022 में अब तक एक भी कोरोना मृतक की अंत्येष्टि यहां नहीं की गई है और ना ही इसे लेकर प्रशासन की ओर से अनुमति मिली है. उन्होंने बताया कि यदि उन्हें प्रशासन से निर्देश मिलेंगे तो यहां लकड़ी, कंडे और इलेक्ट्रिक शवदाह गृह के जरिए अंत्येष्टि करने की पूरी व्यवस्था है. हालांकि अभी प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या दूसरी लहर की तुलना में बेहद कम है. या यूं कहें फिलहाल स्थिति काबू में है लेकिन यदि लापरवाही बरती तो दोबारा भयावह स्थिति बन सकती है.

जयपुर. प्रदेश में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ती जा रही (corona cases in Rajasthan) है. प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 112 है. राजधानी में ये आंकड़ा 30 का है लेकिन जिस तरह हर दिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे अब आम जनता के जहन में ये सवाल भी उठने लगा है कि कहीं राज्य सरकार मौत का आंकड़ा छुपा तो नहीं रही (corona death in Jaipur). इसका जवाब ढूंढने के लिए ईटीवी भारत शहर के प्रमुख आदर्श नगर और चांदपोल श्मशान घाट पहुंचा. यहां व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ-साथ मौत के आंकड़ों की हकीकत तो जानने की भी कोशिश की (Last rites of Corona infected in Jaipur Crematorium).

कोरोना की पहली और दूसरी लहर में सरकार की ओर से जारी किए जाने वाले मौत के आंकड़े और श्मशान घाटों तक पहुंचने वाले मृतकों की संख्या में भिन्नता देखने को मिली थी. अब जब कोरोना मरीजों की संख्या दोबारा बढ़ने लगी है, ऐसे में आम जनता के बीच मौत के आंकड़ों को लेकर सवाल उठने लगे हैं जिनका जवाब ढूंढने के लिए ईटीवी भारत में सबसे पहले आदर्श नगर शमशान घाट पहुंचा. यहां हेरिटेज निगम के निर्देश पर एक बार फिर कोरोना मृतकों का निशुल्क अंतिम संस्कार शुरू किया गया है.

जयपुर शहर के श्मशान घाट का रियलिटी चेक

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रविवार को भी यहां आरयूएचएस से एक कोरोना से काल का ग्रास बने व्यक्ति की अंत्येष्टि की गई. जिसमें कोरोना प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखा गया. यहां सेवादारों ने पीपीई किट पहन कर दाह संस्कार किया. वहीं श्रीनाथ गोशाला चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने बताया कि निगम से मिले आदेश पर कोरोना गाइडलाइन के अनुसार आदर्श नगर मोक्षधाम पर कोरोना मृतकों की अंत्येष्टि का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अब तक यहां 7 अंत्येष्टि हुई है. इससे ये स्पष्ट है कि जयपुर में दूसरे श्मशान घाटों पर भी कोरोना मृतकों का दाह संस्कार किया जा रहा है. प्रताप नगर और आदर्श नगर के सर्व समाज के मोक्ष धाम में 20 से ज्यादा अंत्येष्टि की जा चुकी है. जहां मृतकों के परिजनों से शुल्क भी वसूला जा रहा है. उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए दूसरे श्मशान घाटों पर हो रही अंत्येष्टि पर प्रतिबंध लगाया जाए. इससे कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा भी साफ हो जाएगा.

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आदर्श नगर श्मशान घाट के बाद ईटीवी भारत जयपुर के सबसे बड़े चांदपोल श्मशान घाट पहुंचा. जहां दूसरी लहर में इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में कोरोना मृतकों की अंत्येष्टि की व्यवस्था थी. यहां मौजूद केयरटेकर विशाल शर्मा ने बताया कि 2022 में अब तक एक भी कोरोना मृतक की अंत्येष्टि यहां नहीं की गई है और ना ही इसे लेकर प्रशासन की ओर से अनुमति मिली है. उन्होंने बताया कि यदि उन्हें प्रशासन से निर्देश मिलेंगे तो यहां लकड़ी, कंडे और इलेक्ट्रिक शवदाह गृह के जरिए अंत्येष्टि करने की पूरी व्यवस्था है. हालांकि अभी प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या दूसरी लहर की तुलना में बेहद कम है. या यूं कहें फिलहाल स्थिति काबू में है लेकिन यदि लापरवाही बरती तो दोबारा भयावह स्थिति बन सकती है.

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