जयपुर. राजस्थान लोकसेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) कि ओर से आयोजित होने वाली RAS मेन्स की परीक्षा को स्थगित करने की मांग लगातार तेज होती जा रही है. राजस्थान लोकसेवा आयोग की लगातार सफाई के बावजूद RAS प्रारंभिक पास कर चुके अभ्यर्थी RAS मैन्स परीक्षा स्थगित करने की मांग पर अड़े हैं. इस मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों के साथ ही परिजनों ने भी धरना दिया. इस दौरान रामधुन संकीर्तन कर सरकार और RPSC को सद्बुद्धि देने की भी प्रार्थना की गई.
दरअसल, RPSC 25-26 फरवरी को RAS मैन्स परीक्षा करवाने जा रही है. लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि RAS प्रारंभिक का परिणाम जारी करने के बाद सिलेबस में बड़े पैमाने पर बदलाव किया गया है. इसलिए उन्हें तैयारी का पर्याप्त समय नहीं मिल पाया है. सिलेबस में बदलाव से कोई दिक्कत नहीं है. बस उन्हें तैयारी के लिए कुछ अतिरिक्त समय दिया जाए.
राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर अभ्यर्थियों के साथ ही उनके अभिभावक भी धरने पर पहुंचे. अभिभावकों का कहना है कि वे अपने बच्चों के लिए सरकार से ज्यादा कुछ नहीं मांग रहे हैं. सिलेबस में बदलाव किया है तो कोई बात नहीं. लेकिन अब बच्चों को उस हिसाब से तैयारी करने का समय तो दिया जाए. बता दें, RAS प्रारंभिक परीक्षा 27 अक्टूबर 2021 को हुई थी, जिसका परिणाम 19 नवंबर 2021 को जारी किया गया. इसके एक सप्ताह बाद ही RAS मैन्स परीक्षा 25-26 फरवरी को आयोजित करवाने की घोषणा कर नया सिलेबस जारी कर दिया.
अजमेर में भी परिक्षा स्थगित करने की मांग : RAS परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग को लेकर कई जिलों में अभ्यर्थी जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार से मांग कर रहे हैं. अजमेर में भी अभ्यर्थियों ने आरएएस मेंस परीक्षा 2021 परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है. अभ्यर्थियों का तर्क है कि जब पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है तो अभ्यर्थियों को संशोधित पाठ्यक्रम की तैयारी के लिये वक्त मिलना चाहिए. बावजूद इसके परीक्षा का आयोजन होता है तो अभ्यर्थियों के परिणाम प्रभावित होंगे.
अभ्यर्थी अशोक विश्नोई ने बताया कि आरएएस प्री परीक्षा के बाद आरपीएससी ने मेंस परीक्षा का पाठ्यक्रम बदला है, लेकिन अभ्यर्थियों को तैयारी का पर्याप्त समय नहीं दिया गया. परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग को लेकर जयपुर में आंदोलन जारी है.