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केस ऑफिसर स्कीम के तहत जांच कर सीरियल रेपिस्ट 'जीवाणु' को फांसी की सजा की मांग

बीजेपी नेताओं ने जयपुर पुलिस कमिश्नर से मिलकर जीवाणु को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की थी तो वहीं अब पूर्व पुलिस अधिकारी भी केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस पूरे प्रकरण की जांच कर जीवाणु को फांसी दिलाने की मांग कर रहे हैं.

जीवाणु को मिले फांसी...
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Published : Jul 10, 2019, 6:10 PM IST

जयपुर. राजधानी के शास्त्री नगर थाना इलाके में मासूम के साथ दरिंदगी की वारदात को अंजाम देने वाले खूंखार अपराधी सिकंदर उर्फ जीवाणु को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर अब आवाज उठने लगी है.

जीवाणु को मिले फांसी...

मंगलवार को बीजेपी नेताओं ने जयपुर पुलिस कमिश्नर से मिलकर जीवाणु को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की थी तो वहीं अब पूर्व पुलिस अधिकारी भी केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस पूरे प्रकरण की जांच कर जीवाणु को फांसी दिलाने की मांग कर रहे हैं.

आजीवन कारावास की सजा काट रहे जीवाणु उर्फ सिकंदर को पैरोल पर जेल से बाहर कैसे भेजा गया, इसके बारे में भी गहन जांच करने की मांग अब उठने लगी है. वहीं मासूम के साथ दरिंदगी करने के प्रकरण में केस ऑफिसर स्कीम के तहत मामले की जांच करने और जल्द मामले के ट्रायल को पूरा कर जीवाणु को फांसी के फंदे तक पहुंचाने की मांग भी की जा रही है.

पूर्व पुलिस अधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में केस ऑफिस स्कीम के तहत जांच कर जल्द ट्रायल पूरे कर आरोपी को फांसी के फंदे तक पहुंचना चाहिए. पोक्सो एक्ट के तहत जीवाणु को फांसी की सजा दिलवाकर पूरे देश में राजस्थान पुलिस एक नई मिसाल कायम कर सकती है.

उनके मुताबिक, इस पूरे प्रकरण में जयपुर पुलिस को एक अलग से ऑफिसर जांच के लिए नियुक्त करना चाहिए जो सभी गवाहों के बयान कराए. साथ ही केस से जुड़े हुए तमाम एविडेंस को इतनी मजबूती के साथ रिपोर्ट बना कर कोर्ट में पेश करें कि आरोपी को कोर्ट फांसी की सजा सुनाए.

जयपुर. राजधानी के शास्त्री नगर थाना इलाके में मासूम के साथ दरिंदगी की वारदात को अंजाम देने वाले खूंखार अपराधी सिकंदर उर्फ जीवाणु को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर अब आवाज उठने लगी है.

जीवाणु को मिले फांसी...

मंगलवार को बीजेपी नेताओं ने जयपुर पुलिस कमिश्नर से मिलकर जीवाणु को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की थी तो वहीं अब पूर्व पुलिस अधिकारी भी केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस पूरे प्रकरण की जांच कर जीवाणु को फांसी दिलाने की मांग कर रहे हैं.

आजीवन कारावास की सजा काट रहे जीवाणु उर्फ सिकंदर को पैरोल पर जेल से बाहर कैसे भेजा गया, इसके बारे में भी गहन जांच करने की मांग अब उठने लगी है. वहीं मासूम के साथ दरिंदगी करने के प्रकरण में केस ऑफिसर स्कीम के तहत मामले की जांच करने और जल्द मामले के ट्रायल को पूरा कर जीवाणु को फांसी के फंदे तक पहुंचाने की मांग भी की जा रही है.

पूर्व पुलिस अधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में केस ऑफिस स्कीम के तहत जांच कर जल्द ट्रायल पूरे कर आरोपी को फांसी के फंदे तक पहुंचना चाहिए. पोक्सो एक्ट के तहत जीवाणु को फांसी की सजा दिलवाकर पूरे देश में राजस्थान पुलिस एक नई मिसाल कायम कर सकती है.

उनके मुताबिक, इस पूरे प्रकरण में जयपुर पुलिस को एक अलग से ऑफिसर जांच के लिए नियुक्त करना चाहिए जो सभी गवाहों के बयान कराए. साथ ही केस से जुड़े हुए तमाम एविडेंस को इतनी मजबूती के साथ रिपोर्ट बना कर कोर्ट में पेश करें कि आरोपी को कोर्ट फांसी की सजा सुनाए.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी के शास्त्री नगर थाना इलाके में मासूम के साथ दरिंदगी की वारदात को अंजाम देने वाले खूंखार अपराधी सिकंदर उर्फ जीवाणु को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर अब आवाज उठने लगी है। जहां मंगलवार को बीजेपी नेताओं ने जयपुर पुलिस कमिश्नर से मिलकर जीवाणु को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की थी। तो वहीं अब पूर्व पुलिस अधिकारी भी केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस पूरे प्रकरण की जांच कर जीवाणु को फांसी दिलाने की मांग कर रहे हैं।


Body:वीओ- आजीवन कारावास की सजा काट रहे जीवाणु उर्फ सिकंदर को पैरोल पर जेल से बाहर कैसे भेजा गया इसके बारे में भी गहन जांच करने की मांग अब उठने लगी है। वही मासूम के साथ दरिंदगी करने के प्रकरण में केस ऑफिसर स्कीम के तहत मामले की जांच करने और जल्द मामले के ट्रायल पूरा कर जीवाणु को फांसी के फंदे तक पहुंचाने की मांग भी की जा रही है। पूर्व पुलिस अधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में केस ऑफिस स्कीम के तहत जांच कर जल्द ट्रायल पूरे कर आरोपी को फांसी के फंदे तक पहुंचना चाहिए। पोक्सो एक्ट के तहत जीवाणु को फांसी की सजा दिलवाकर पूरे देश में राजस्थान पुलिस एक नई मिसाल कायम कर सकती है। इस पूरे प्रकरण में जयपुर पुलिस को एक अलग से ऑफिसर जांच के लिए नियुक्त करना चाहिए जो सभी गवाहों के बयान कराए और साथ ही केस से जुड़े हुए तमाम एविडेंस को इतनी मजबूती के साथ रिपोर्ट बना कर कोर्ट में पेश करें कि आरोपी को कोर्ट फांसी की सजा सुनाए।

बाइट- राजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व पुलिस अधिकारी


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