जयपुर. भरतपुर में पीएम केयर्स फंड से मिले सरकारी वेंटिलेटर्स को निजी अस्पताल में किराए पर दिए जाने का मामला सियासी बयानबाजी में उलझता जा रहा है. मामला मीडिया में आने के बाद जहां परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक जोगिंदर सिंह अवाना के परस्पर विरोधी बयान सामने आए तो उस पर भाजपा ने कटाक्ष करने में देरी नहीं लगाई.
जिन 10 सरकारी वेंटिलेटर्स का उपयोग भरतपुर के सरकारी चिकित्सालय में किया जाना था, वो अधिकारियों ने निजी अस्पतालों को किराए पर दे दिए गए. मामला मीडिया में आया तो इस पर सियासी बयानबाजी शुरू हुई. नदबई से कांग्रेस विधायक जोगिंदर अवाना का एक बयान मीडिया में आया, जिसमें उन्होंने इस पर आपत्ति जताई और पूरे घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग भी मुख्यमंत्री से की.
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खाचरियावास ने कहा-इसमें गलत क्या है
वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का भी इस घटनाक्रम में बयान सामने आया है. जिसमें वो निजी अस्पतालों को वेंटिलेटर किराए पर दिए जाने को गलत बताने से परहेज करते रहे और उन्होंने यह तक कह दिया कि यदि वेंटिलेटर्स अधिक थे और निजी अस्पतालों में अन्य लोगों की जान बचाने के लिए किराए पर दे दिए तो क्या गलत हो गया. मतलब कांग्रेस के ही नेताओं के बीच इस मामले में विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं. ऐसे में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने इस पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया.
रामलाल शर्मा ने परिवहन मंत्री और सरकार पर किया कटाक्ष
रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि परिवहन मंत्री सरकारी वेंटिलेटर को निजी अस्पतालों में किराए पर दिए जाना सही बताते हैं तो उनकी ही पार्टी के विधायक इसे गलत बताकर उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं. शर्मा के अनुसार परिवहन मंत्री ने पिछले दिनों निजी अस्पतालों को समुचित उपचार नहीं करने और ऑक्सीजन मामले में लताड़ा भी लगा रहे थे लेकिन मंत्री जी यह नहीं भूले कि इन अस्पतालों को ऑक्सीजन मुहैया कराना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. क्योंकि आज सरकारी सामुदायिक केंद्रों से ज्यादा आमजन की जान बचाने का काम यह निजी अस्पताल ही कर रहे हैं.