जयपुर. राज्यसभा के रण में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को रिसॉर्ट में रुकवाया गया है. इन सबके बीच हर किसी की नजर मंत्री रमेश मीणा पर है. वजह मंत्री मीणा के बीते सात दिनों से चल रहे कांग्रेस पार्टी के बाड़ाबंदी में शामिल नहीं होना.
मंत्री रमेश मीणा के बाड़ाबंदी में भी रिसॉर्ट नहीं पहुंचने पर उनकी नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि आपसी कलह की बात हो सकती है. वहीं इस मामले पर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे हों या अन्य सीनियर नेता, सभी यह कहते नजर आ रहे हैं कि रमेश मीणा उनके संपर्क में हैं और नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है.
कांग्रेस आलाकमान की मंत्री रमेश मीणा से बातचीत का दौर तेज हो गया है. रणदीप सुरजेवाला समेत बाकी नेता भी उनसे बात कर चुके हैं. वहीं, इस मामले का पटाक्षेप आज शाम तक हो जाएगा. इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे भी अहम भूमिका निभा रहे हैं.
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हालांकि, अंदर खाने से खबर यही है कि रमेश मीणा ने जो जिलों के दौरों पर मंत्री के क्षेत्रों में गए थे और जनसुनवाई में जिन मामलों पर उन्होंने कार्रवाई करने को कहा था. उन मामलों में कार्रवाई नहीं होने के चलते वे नाराज बताए जा रहे हैं. इसके अलावा भी कई मामले हैं, जिन्हें लेकर रमेश मीणा नाराज हैं. यही कारण है कि वह कांग्रेस नेताओं के साथ इस बाड़ाबंदी में नहीं पहुंचे.
लगातार हो रही किरकिरी के बाद अब इस मामले में कांग्रेस नेतृत्व की और से रमेश मीणा से बातचीत की जा रही है. जिस तरह से कल अविनाश पांडे और सचिन पायलट के बीच लंबी मंत्रणा हुई है. उसके बाद अब रमेश मीणा को मनाने का प्रयास तेज हो गया है. माना जा रहा है कि काफी हद तक रमेश मीणा के साथ सहमति भी बन चुकी है और दोपहर या शाम तक रमेश मीणा बाड़ाबंदी में पहुंच जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक रमेश मीणा से बातचीत अंतिम दौर में है.