जयपुर. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकश टिकैत ने प्रधानमंत्री मोदी पर (Rakesh Tikait Targeted PM Modi) जुबानी हमला बोला है. राजधानी जयपुर में एक सभा के दौरान टिकैत ने कहा कि यदि कोई प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के बैनर पर जाकर कोई घोषणा करेगा तो उससे हमें ऐतराज है. पार्टी अपना अलग काम करे. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के बैनर पर जाकर उसे फायदा देने का काम न करें. यदि पार्टी के बैनर पर कोई व्यक्ति घोषणा करेगा तो हम लोग उसे पकड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में बीजेपी ने भी हम लोगों की मदद की. उन्होंने राशन और कंबल किसानों को बांटे थे. कांग्रेस और आम जनता ने भी हमारी मदद की है. इसलिए हमारी लड़ाई भारत सरकार से है और भारत सरकार किसी पार्टी की नहीं हो सकती. यदि कोई गलत काम करेगा तो हम पूर्ण रूप से उसका विरोध करेंगे. हम उस कंपनी का विरोध करेंगे, जो देश को बेचने का काम करेगी.
मोदी सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए (BKU Leader Comments on PM Modi) राकेश टिकैत ने कहा कि यह सरकार किसी पार्टी की नहीं थी, यह सरकार थी गुजरात की कंपनियां. जो कंपनी देश को बेचने का काम करेगी, हम उसका विरोध करेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि एक सर्वे के अनुसार 1 साल में 700 बार भूख लगती है और बड़ी-बड़ी कंपनियां भूख पर व्यापार करना चाहती थी.
राकेश टिकैत ने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां खाने का व्यापार कर रही हैं और जब शाम को क्लोजिंग होती है तो वह खाना डस्टबिन में डाल देते हैं. जो सरकार ऐसे लोगों को देश में व्यापार करने की अनुमति देगी, हम लोग उसी तरह से विरोध करेंगे जिस तरह से 13 महीने तक हमने विरोध किया है.
हम नहीं चाहते कि देश का प्रधानमंत्री हम से माफी मांगे...
यह भारत सरकार के खिलाफ किसानों की 13 महीने की ट्रेनिंग थी. आखिर में भारत सरकार को मानना ही पड़ा. हम नहीं चाहते कि देश का प्रधानमंत्री हम से माफी मांगे और विदेश में उसकी छवि खराब हो, लेकिन यदि देश में कोई फैसला होगा तो वह बगैर किसानों के नहीं होगा. कुछ लोग पूरे देश को बेचना चाहते थे. देश का किसान, नौजवान और मजदूर अब जाग चुका है. इसलिए यह देश अब नहीं बिकेगा.
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राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन में महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. उन्होंने डॉक्टर के पैनल, वकीलों, सफाई कर्मचारियों का भी आभार जताया. भंडारा और लंगर चलाने वाले गुरुद्वारों का भी आभार जताया. जो लोग आंदोलन में शामिल नहीं हुए, उनका भी आभार जताया. किसानों, नौजवानों और महिलाओं को देश पर निगाह रखनी होगी कि कौन-कौन सी चीज बिक रही है. देश को कंगाल करने वाली सरकारों के खिलाफ किसान संयुक्त मोर्चा खड़ा रहेगा.
निजीकरण का पूर्ण रूप से विरोध करेंगे...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यदि घर का नौकर कोई सामान लेकर बेचने जा रहा है तो उस पर निगाह रखनी होगी. उन्होंने लोगों से फल-सब्जी खाने की अपील की, ताकि किसानों की आमदनी बढ़े. राकेश टिकैत ने कहा कि यदि निजीकरण होगा तो बेरोजगारी बढ़ेगी. इसलिए हमलोग (Rakesh Tikait on Privatisation in India) निजीकरण का पूर्ण रूप से विरोध करेंगे.