जयपुर. राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने वक्तव्य जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान 'विधानसभा सत्र तय होते ही आसमान छू रहे विधायकों के भाव' की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे चुने हुए जनप्रतिनिधियों, राज्य विधानसभा और लोकतंत्र का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि राज्य के अंदर पिछले एक महीने से कांग्रेस की अंतर्कलह से बने दूषित राजनीतिक वातावरण का पूरा श्रेय कांग्रेस परिवार के मुखिया के रूप में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जाता है.
राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत अंतर्कलह की वजह से अपने कुनबे को बांधकर नहीं रख सके और अब अपनी सत्ता बचाने के लिए देश में 'पॉलिटिकल टूरिज्म' के नाम पर कांग्रेस के विधायकों को सैर-सपाटे और पांच सितारा होटलों में ठहरा रहे हैं. साथ ही पुलिस के कड़े पहरे में लुत्फ उठाकर और आनंदित कर अपने संभावित विद्रोह को दबाने का प्रयास कर रहे हैं.
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राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि विगत 1 महीने पहले राज्यसभा के चुनावों में पूरे मंत्रिमंडल के साथ कांग्रेस विधायक दल की 12 दिन की बाड़ेबंदी के बाद अब 16वें दिन पांच सितारा होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी की. इसे अब 14 दिन और बढ़ाकर 1 महीना करने का कीर्तिमान स्थापित करने की ओर बढ़ रहे हैं. चार्टर्ड प्लेन से करोड़ों रुपए खर्च कर जैसलमेर ले जाकर पांच सितारा होटल में पुनः पुलिस पहरे में कैद करना यह सिद्ध करता है कि राज्य में राजनीतिक भ्रष्टाचार का नंगा नाच हो रहा है.
'भाजपा पर आरोप लगाना कांग्रेस की आदत हो गई है'
कांग्रेस पार्टी में परस्पर अंर्तद्वंद्व और अपमानित करने की राजनीति की होड़ के कारण से उत्पन्न राजनीतिक संकट में तटस्थ भाजपा को प्रतिदिन 6 से अधिक बार मीडिया के समक्ष आरोपित करने का प्रयास करना अब उनकी आदत में शुमार हो गया है.
कांग्रेस के कार्यकाल में बढ़ी फ्यूल चार्ज
राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने जहां एक ओर हाल ही में 28 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल चार्ज की दर बढ़ाकर राज्य के डेढ़ करोड़ उपभोक्ता पर क्रूर प्रहार किया है, तो वहीं आज देश में सर्वाधिक महंगा डीजल राजस्थान में विक्रय हो रहा है. उन्होंने कहा कि विगत 1 वर्ष में राज्य सरकार ने 12 प्रतिशत पेट्रोल और 10 प्रतिशत डीजल में बढ़ोतरी कर जनता को महंगाई से लादने का काम किया है.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में पेट्रोल और डीजल पर वैट क्रमशः 26 और 18 प्रतिशत था, जो अब बढ़कर क्रमशः 38 और 28 प्रतिशत हो गई है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल पर 12 प्रतिशत और डीजल में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई.
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राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत अगर प्रजातांत्रिक मूल्यों पर विश्वास करते हैं तो अपने स्वयं की पार्टी के विधायकों को बाड़ेबंदी से मुक्त करें, जिससे वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाकर जन समस्याओं से रूबरू होकर उनका समाधान करेंगे.