जयपुर. सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध (Agnipath Scheme Protest) में सोमवार को कांग्रेस ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में विरोध-प्रदर्शन किया. इस योजना को वापस लेने की मांग की लेकिन भाजपा ने इस मांग को गैरवाजिब बता रही है. प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ ने (Rajendra rathore on congress protest) कहा है कि युवाओं को कांग्रेस की क्रोनोलॉजी समझना चाहिए क्योंकि केंद्र के हर निर्णय का विरोध कांग्रेस की मानसिकता बन गई है. प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में भीड़ नहीं जुटने की बात कही है.
राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले में सोमवार शाम ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा. राठौड़ ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी, तीन तलाक, नागरिकता संशोधन कानून और जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने का भी कांग्रेस ने विरोध किया था. अब अग्निपथ योजना का विरोध कर रही है. राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार के हर ऐतिहासिक निर्णय का बिना सोचे-समझे राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए विरोध करना कांग्रेस की पुरानी आदत है. राठौड़ ने यह भी कहा कि सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने से पहले गहलोत सरकार को यह बताना चाहिए कि 2 साल पहले सदन में राजस्थान पुलिस संशोधन विधेयक 2020 पारित करके राजस्थान पुलिस अधिनियम 2007 में संशोधन कर ग्राम रक्षकों के साथ भेदभाव और अन्याय क्यों किया गया था.
इसके माध्यम से कांग्रेस सरकार में ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की मदद करने के लिए नियुक्त होने वाले ग्राम रक्षकों की पदावधि को 3 वर्ष से घटाकर 2 वर्ष कर दिया था. साथ ही उनका मानदेय भी पूर्णतया समाप्त कर दिया था जबकि केंद्र सरकार तो अग्निवीरों को वेतन सहित अन्य सभी सुविधाएं प्रदान कर रही है. राठौड़ ने कहा कि आज भी राजस्थान में 16 लाख 42 हजार बेरोजगार युवा पंजीकृत हैं जिनमें से महज 53,000 बेरोजगार युवाओं को ही बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है.
वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन पर ही यह कहते हुए सवाल खड़े कर दिए हैं कि प्रदर्शन में मुट्ठी भर लोग ही जुट रहे हैं. शर्मा ने कहा कि झुंझुनू में ऐसा ही प्रकरण देखने को मिला जब कांग्रेस के मुट्ठी भर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया लेकिन अग्निपथ योजना के समर्थन में जब कुछ युवा साथियों ने वहां पर नारे लगाए तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की.