जयपुर. मध्य प्रदेश में कांग्रेस पर आए सियासी संकट के बाद राजस्थान कांग्रेस विधायकों के बयानों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस की परेशानी बढ़ा दी है. खासतौर पर विधायक पीआर मीणा के बयान और विधायक प्रशांत बैरवा के सोशल मीडिया पर रखे गए अपने विचार से कांग्रेस नेताओं ने किनारा कर लिया है.
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वहीं भाजपा नेताओं ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब कांग्रेस के जहाज में सुराख हो चुका है और धीरे-धीरे लोग कांग्रेस से मुक्त होना चाहते हैं.
कांग्रेस ने कहा हमारे विधायक एकजुट
अपनी ही पार्टी की सरकार के मंत्रियों को राजा बताकर विधायकों के काम नहीं होने संबंधी बयान के बाद सुर्खियों में आए विधायक पीआर मीणा के बयान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने को लेकर सोशल मीडिया पर आए कांग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा के वक्तव्य पर जब सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि जब तक इन नेताओं से खुद बात नहीं कर लेते तब तक उसके बारे में कुछ भी बोलना उचित नहीं होगा. हालांकि इस दौरान महेश जोशी ने यह जरूर कहा कि कांग्रेस में कोई चिंता की बात नहीं है, क्योंकि कांग्रेस की विधायक एकजुट हैं.
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कांग्रेस का कुनबा बिखरने वाला हैं
वहीं भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने मीणा और बैरवा के वक्तव्य पर प्रदेश की गहलोत सरकार पर चुटकी ली है. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के जहाज में सुराख हो चुका है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी की अधिनायकवादी नीति के चलते और एक ही परिवार के वर्चस्व के कारण धीरे-धीरे लोग कांग्रेस से मुक्त होना चाहते हैं. राठौड़ ने कहा अब यहां कांग्रेस का कुनबा बिखरने वाला है और इससे बिखरने से कोई नहीं रोक सकता.