जयपुर. तबादलों को लेकर उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट किया. अपनी पोस्ट में उन्होंने ट्रांसफर को उद्योग का नाम दिया और तंज कसा कि अब इसमें कई 'उद्यमी' लग जाएंगे. इस मामले में राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट में लिखा है कि स्थानांतरण एक उद्योग है. रोक हटने से इस नए उद्योग में कई उद्यमी लगेंगे, जो लम्बे समय के बाद सत्ता का स्वाद चखेंगे. दरअसल भाजपा को राज्यसभा चुनाव के बीच तबादलों पर से रोक हटाने के गहलोत सरकार के निर्णय पर आपत्ति है. बीजेपी को लगता है की सरकार ने इन चुनावों को देखते हुए अपने और निर्दलीय विधायकों की नाराजगी दूर करने और उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए ही तबादलों पर से प्रतिबंध हटाया है.
प्रदेश सरकार ने सोमवार को सरकारी महकमों में तबादलों पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया (Transfer ban removed in Rajasthan) जिसके बाद अब सरकारी विभागों में तैनात अधिकारी कर्मचारियों के तबादले हो सकेंगे. दरअसल, राज्य सरकार ने करीब 1 साल पहले राजकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादलों पर रोक लगाई थी. इसके बाद से अति आवश्यक तबादलों पर उच्चस्तरीय अनुमति के बाद ही तबादले हो रहे थे. सरकार ने अब एक साल बाद इन तबादलों से पूर्णतया रोक हटा दी है. अब सभी विभागों के तबादले हो सकेंगे.
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प्रदेश में तबादलों को लेकर लंबे समय से रोक हटाने की मांग की जा रही थी. साथ ही शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादलों को लेकर भी मांग की जा रही थी, लेकिन नई ट्रांसफर पॉलिसी के फेर में तबादलों से रोक हटाने को लेकर निर्णय नहीं हो पा रहा था.