जयपुर. शहर के कई मुस्लिम संगठन और वक्फ कमेटियों ने वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन खानू खान बुधवाली (Muslim organizations against former Waqf Board Chairman) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मुस्लिम संगठनों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि वक्फ बोर्ड के सदस्य के रूप में मनोनीत खानू खान बुधवाली को वक्फ बोर्ड का चेयरमैन नहीं बनाया जाए. संगठनों के पदाधिकारियों ने बुधवाली पर वक्फ की संपत्तियों को खुर्द बुर्द करने का भी आरोप लगाया.
राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन के 17 जनवरी को चुनाव होने वाले हैं. वक्फ बोर्ड में निर्वाचित और मनोनीत 9 सदस्यों में से एक सदस्य को चेयरमैन बनाया जाएगा और माना जा रहा है कि पिछली बार की तरह इस बार भी खानू खान बुधवाली को ही बोर्ड का चेयरमैन बनाया जाएगा. बुधवाली पर वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को खुर्द बुर्द करने का आरोप लगाते हुए मुस्लिम संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है.
पढ़ें: Makar Sankranti 2022: मकर सक्रांति पर जयपुर डिस्कॉम की एडवाइजरी, लोगों से की ये अपील
इस संबंध में बुधवार को एक निजी होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई और साफ तौर पर सरकार को चेतावनी दी गई कि यदि बुधवाली को चेयरमैन बनाया जाता है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना होगा.
पढ़ें: Rajasthan Weather Update: बर्फीली हवाओं के साथ छाया कोहरा, गलन भरी ठंड से लोग बेहाल
मुस्लिम संगठनों ने मांग की है कि बुधवाली के अलावा ऐसे सदस्य को चेयरमैन बनाया जाए जिसकी छवि भी साफ-सुथरी हो और उस पर वक्फ की संपत्तियों को खुर्द बुर्द करने का आरोप ना लगा हो. राजस्थान मिल्ली काउंसिल, ऑल इंडिया इमाम्स काउंसिल, वक्फ कमेटी दरगाह बाबा सैयद अहमद अली शाह, पाली जिला मुस्लिम समाज, मुस्लिम महासभा उदयपुर, ऑल राजस्थान मुस्लिम समाज सेवा संस्था बीकानेर, शेखावाटी युवा मंच सीकर, राजस्थान मंसूरी समाज वेलफेयर कमेटी जोधपुर समेत अन्य वक्फ कमेटियों ने सीएम को पत्र लिख कर बुधवाली को चेयरमैन नहीं बनाने का आग्रह किया.
इसके अलावा ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसलिंग, ऑल इंडिया मेवात विकास पंचायत, यूनियन ओलमा ए अहले सुन्नत कोटा, अंजुमन यादगार अजमेर, शहर काजी चित्तौड़गढ़ सहित राजस्थान अब्बासी समाज के पदाधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्वच्छ छवि वाले चेहरे को चेयरमैन बनाने की मांग की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि बुधवाली पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. हालांकि कोर्ट की ओर से आरोप सिद्ध नहीं हुए. लोकायुक्त की ओर से इस मामले की जांच की जा रही है.
मदरसा बोर्ड के पूर्व सदस्य अब्दुल लतीफ आरको ने कहा कि नियमानुसार योग्यता रखने वाले और साफ छवि वाले व्यक्ति को ही वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाया जाए. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष बुधवाली के 16 माह के कार्यकाल में वक्फ की कई संपत्तियां खुर्द बुर्द हुई हैं. सरकार तक इस मामले को पहुंचाने की भी कोशिश की. थक हार कर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा. इस मामले को भी उन्होंने गलत तरीके से रफा-दफा करवा लिया. आरको ने आरोप लगाया कि बुधवाली किसी भी तरह से अध्यक्ष बना रहना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो हम सड़कों पर उतरेंगे और सरकार का विरोध करेंगे. इस दौरान मिल्ली काउंसिल के जनरल सेक्रेटरी अब्दुल कैयूम अख्तर, मुसाफिरखाना के सदर शब्बीर खान, वक्फ बोर्ड के पूर्व सदस्य शौकत कुरेशी आदि मौजूद रहे.