जयपुर. छात्र संघ चुनाव को देखते हुए राजस्थान विश्वविद्यालय ने अब सख्ती बरतना शुरू किया है. शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन (Student Union Election) की ओर से लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के तहत छात्र नेताओं के कैंपस में यहां-वहां लगे पोस्टर-बैनर को हटाया गया. साथ ही छात्र नेताओं को चेतावनी दी गई कि यदि इसका दोहराव होता है तो पहले उन्हें नोटिस दिया जाएगा और फिर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी. वहीं जल्द आईडी कार्ड जारी कर बाहरी छात्रों और वाहनों के प्रवेश को रोका जाएगा.
राजस्थान विश्वविद्यालय के संगठन कॉलेजों में स्नातक प्रथम वर्ष की पहली मेरिट कटऑफ लिस्ट जारी होने के बाद अब छात्रसंघ चुनाव के मद्देनजर सख्ती शुरू हो गई है. यूनिवर्सिटी कुलपति राजीव जैन ने बताया कि राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव हैं, और इसमें विश्वविद्यालय के छात्र ही वोट देते हैं. हालांकि अभी छात्रों के आई कार्ड जारी नहीं हो पाए हैं. आई कार्ड जारी होने के बाद विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के ही छात्रों को प्रवेश देना सुनिश्चित किया जाएगा. इसे लेकर प्रॉक्टोरियल टीम ने रूपरेखा भी तैयार कर ली है.
साथ ही बाहरी राज्यों की गाड़ियों पर भी नकेल कसी जाएगी. प्रशासन का पूरा प्रयास रहेगा कि छात्र संघ चुनाव लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप हो. वहीं लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप छात्र संघ चुनाव में सख्ती बरतते हुए विश्वविद्यालय कैंपस में यहां वहां लगे बैनर पोस्टर हटाने की कार्रवाई भी शुरू की गई है. इस संबंध में डीएसडब्ल्यू प्रो. सरीना कालिया ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में हर डिपार्टमेंट में एक जगह निर्धारित है, जहां छात्र नेता अपने पोस्टर बैनर लगा सकते हैं.
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लेकिन लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप ये पोस्टर बैनर हैंड मेड होने चाहिए. फिलहाल प्रशासन (Banner Posters Removed from Raj University) ने अपने स्तर पर और छात्रों से आह्वान कर पोस्टर बैनर उतारने की कार्रवाई शुरू की है. इसके बाद भी यदि छात्र बाज नहीं आते हैं, तो उन्हें नोटिस देने से लेकर एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय में पढ़ने आने वाले छात्रों से अपील की कि जो पोस्टर बैनर राजस्थान यूनिवर्सिटी को गंदा कर रहे हैं, यदि प्रत्येक छात्र एक-एक पोस्टर भी हटाएगा, तो 2 दिन में विश्वविद्यालय साफ हो जाएगा.
वहीं राजस्थान विश्वविद्यालय और संघटक महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव में वोटिंग परसेंटेज 50 फीसदी के इर्द-गिर्द ही रहता है. ऐसे में इस बार वोटिंग परसेंट बढ़ाने के लिए छात्रों को जागरूक किया जाएगा. प्रो सरीना कालिया ने कहा कि ये एक प्लेटफार्म है, जहां छात्र अपने मतदान के अधिकार को समझ सकता है. ऐसे में छात्रों में मतदान को लेकर कविताओं, लेखन और सोशल मीडिया के जरिए छात्रों को अवेयर करने का प्रयास किया जाएगा.