जयपुर. 13 मई 2008 को सिलसिलेवार बम धमाकों ने गुलाबी नगरी के साथ ही पूरे प्रदेश को झकझोर दिया था. कई परिवारों ने अपनों खोया तो कई लोग इस घटनाक्रम में गंभीर रूप से घायल हुए. राजस्थान विश्वविद्यालय ने पीड़ित परिवारों का दुख कुछ कम करने का बीड़ा उठाया और इन परिवारों के युवाओं को निशुल्क शिक्षा देने की मुहिम शुरू की. अब तक जयपुर बम ब्लास्ट से प्रभावित परिवारों के 36 युवा राजस्थान विवि से निशुल्क उच्च शिक्षा हासिल कर चुके हैं.
ब्लास्ट में जयपुर शहर के हजारों निर्दोष घायलों व सैकड़ों की तादाद में मृतकों के आश्रितों को विश्वविद्यालय में निशुल्क उच्च शिक्षा एवं प्राथमिकता के आधार पर सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश कि यह अभिनव योजना शुरू की थी. विश्वविद्यालय ने इस सहायता योजना के लिए अपने प्रवेश नियमों में एक विशेष अध्यादेश बनाया और स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में बम धमाकों से प्रभावित परिवारों के युवाओं के लिए निशुल्क शिक्षा का प्रावधान किया.
अब तक इस अध्यादेश के तहत 36 युवाओं को विश्वविद्यालय ने निशुल्क उच्च शिक्षा दी है. इस योजना से जुड़े अधिकांश युवा उच्च शिक्षा लेकर अनेक सरकारी और निजी संस्थानों में रोजगार हासिल कर अपने परिवार का सहारा बने हैं. यह योजना वर्तमान में भी प्रभावी है. बम धमाकों जैसी आतंकी घटनाओं के पीड़ित परिवारों को कुछ राहत देने के लिए इस तरह की अनूठी मिसाल पेश करने वाला राजस्थान विश्वविद्यालय पहला उच्च शिक्षण संस्थान है. राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रही इस योजना की जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सराहना की थी.