जयपुर. अभी देश में प्रधानमंत्री मोदी के कहने के बाद एक देश एक चुनाव के फॉर्मूले की चर्चा लगातार चल रही है. हालांकि अभी तक सभी पॉलिटिकल पार्टियों ने इस पर आम राय नहीं दी है. जिसके चलते यह फैसला देश में लागू नहीं हुआ है. लेकिन शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा से एक राज्य एक चुनाव की मांग उठी है.
भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने मांग करते हुए कहा कि बार-बार निकाय और पंचायत चुनाव अलग-अलग होने के कारण सरकार के काम बाधित होते हैं, तो इसके साथ ही इसमें सरकारी कर्मचारियों जिनमें शिक्षकों और सुरक्षाबलों की ड्यूटी लगती है. जिसके चलते छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है. ऐसे में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद यह बात कह चुके हैं कि बार-बार आचार संहिता लगने से विकास प्रभावित होता है.
तो ऐसे में राजस्थान को रोल मॉडल बनते हुए एक राज्य एक चुनाव करवाना चाहिए. इसमें पहले महीने में पंचायत चुनाव तो दूसरे महीने में निकाय चुनाव करवाने चाहिए. लाहोटी ने कहा कि जब देश में एक टैक्स के तौर पर जीएसटी लागू हो सकती है तो फिर एक राज्य एक चुनाव भी संभव है.