नई दिल्ली: एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में रविवार को राजस्थान समाज संघ के द्वारा एक विशेष सम्मान समारोह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह लगातार 49वां साल है, जब राजस्थान समाज संघ ने इस कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों का सम्मान किया.
कार्यक्रम के तहत अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राजस्थान से जुड़े लोगों का सम्मान किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जोशी मठ के शंकराचार्य के साथ भाजपा के राजस्थान में पाली से सांसद पीपी चौधरी भी मौजूद रहे.
ईटीवी दिल्ली के स्टेट हेड विशाल सूर्यकांत, केरल के पूर्व मुख्य सचिव डॉ.विश्वास मेहता, डॉ. एस एस अग्रवाल, वीणा कैसेट्स के हेमजीत मालू, ड़ॉ कुसुम समेत कई राजस्थान की विभूतियां सम्मानित हुईं. कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आने का कार्यक्रम था, मगर कोविड की वजह से शामिल नहीं हो सके. वहीं कार्यक्रम में मंच का संचालन आयोजक मंडल के उपाध्यक्ष गोपेन्द्र भट्ट ने किया. कार्यक्रम में तमाम जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं.
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'राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए होंगे प्रयास'
सांसद पीपी चौधरी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि राजस्थानी भाषा को संविधान के तहत मान्यता दिलाने के लिए वह अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रहे हैं. बकायदा गृह मंत्री अमित शाह से भी इस मामले में बातचीत की गई है और भी भाषाओं को संविधान के तहत मान्यता देने की मांग की जा रही है.
प्रयास रहेगा कि राजस्थानी भाषा को जल्द से जल्द संविधान के अनुसार मान्यता मिले, क्योंकि राजस्थान की भाषा एक मधुर भाषा है और इसमें सब लोगों को सम्मान दिया जाता है.