जयपुर. प्रदेश भाजपा में चल रही सियासी उठापटक के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सीटी रवि का तीन दिवसीय संगठनात्मक प्रवास काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अपने प्रवास के दौरान सीटी रवि ने प्रदेश भाजपा के कामकाज का फीडबैक तो लिया ही है, साथ ही इसमें सुधार की दृष्टि से कई आवश्यक सुझाव भी दिए है. अब वे पार्टी नेतृव को अपनी रिपोर्ट के जरिए राजस्थान के वर्तमान हालातों से अवगत भी कराएंगे.
दरअसल. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह राजस्थान के प्रभारी हैं, लेकिन पार्टी ने राजस्थान में सीटी रवि को 19 जुलाई से 21 जुलाई तक राजस्थान के दौरे पर भेजा है. इस दौरान उन्होंने जोधपुर, अजमेर और जयपुर में संगठनात्मक बैठकें भी की और प्रमुख नेताओं से वन टू वन बात की.
राजस्थान की सियासी दृष्टि से जोधपुर, अजमेर और जयपुर बड़े राजनीतिक सेंटर माने जाते हैं और यहां रवि का दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से जुड़े प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच से जो फीडबैक वो जुटाएंगे वही पार्टी आलाकमान तक पहुंचेगा.
हालांकि, जयपुर में संगठनात्मक बैठक लेने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने राजस्थान भाजपा में किसी भी प्रकार की गुटबाजी की बात से इनकार किया. साथ ही यह भी कह डाला कि आज भी चुनाव हो जाएं तो बीजेपी जीत रही है.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान भाजपा में चल रहा महामंथन का दौर, राष्ट्रीय महामंत्री सी.टी. रवि कर रहे ये 'बड़ा' काम
पोस्टर से चित्र हटाने और लगाने से जुड़े सियासी विवाद पर भी उन्होंने कहा कि इसके लिए पार्टी का अपना प्रोटोकॉल बना है, इसकी पालना पार्टी के भीतर होती है. खैर ये बयान उन्होंने मीडिया में दिए, लेकिन राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं और जो होता है वह साफ तौर पर कभी दिखाई नहीं देता.
इस संगठनात्मक प्रवास के दौरान राष्ट्रीय महामंत्री ने जोधपुर में जहां बूथ कार्यकर्ताओं की बैठक से लेकर मंडल जिला स्तर तक की बैठकें लीं, वहीं अजमेर में किसान मोर्चा निकाय जनप्रतिनिधियों और सहकारिता से जुड़ी बैठकें भी लीं.
इसी तरह जयपुर में सोशल मीडिया विभाग अनुसूचित जाति मोर्चा और प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक की. मकसद साफ था कि पार्टी की प्रदेश में छोटी से लेकर बड़ी इकाई तक जुड़े लोगों से चर्चा कर कामकाज की समीक्षा भी हो और अंदर खाने पार्टी में क्या चल रहा है उसकी जानकारी भी जुटाई जा सके. हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसे पार्टी के संगठनात्मक प्रक्रिया का हिस्सा करार दिया है.
यह भी पढ़ेंः डोटासरा की पुत्रवधु के बहन-भाई के RAS इंटरव्यू में 80 फीसदी अंक पर सियासत, पूनिया-कटारिया ने कहा- यह जांच का विषय
बहरहाल, पिछले दिनों प्रदेश भाजपा में जिस तरह नेताओं की बयानबाजी सामने आई उस पर ब्रेक लगाने के लिए प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रभारी महासचिव अरुण सिंह ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए, लेकिन अरुण सिंह के उस दौरे के बाद भी आशा अनुरूप प्रदेश नेताओं में जो एकजुटता दिखनी चाहिये थी वो नहीं दिखी.
ऐसे में संगठनात्मक प्रक्रिया के तहत ही सही लेकिन दूसरे राष्ट्रीय महामंत्री सीटी रवि को राजस्थान में संगठनात्मक प्रवास पर भेजना ही सियासी रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है और उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण उनका फीडबैक रहेगा, जिसके जरिए जहां सुधार की गुंजाइश होगी वहां पार्टी सुधार करेगी.