जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस के भीतर जारी सियासी खींचतान के बीच नाराज कांग्रेस नेता गुरुवार को दिल्ली पहुंचकर प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मुलाकात की. माकन से कांग्रेस नेता मनीष यादव ने मुलाकात करते हुए राजस्थान के हालात को लेकर चर्चा की. साथ ही निर्दलीय विधायकों और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को दी जा रही तवज्जो को लेकर शिकायत की. वहीं डोटासरा पर सवाल खड़े करने वाले विधायक विरेंद्र सिंह को अजय माकन ने नसीहत दी है.
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मनीष यादव ने की माकन से मुलाकात
हाल में गहलोत सरकार पर निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में शामिल हो चुके विधायकों को ज्यादा तवज्जो देने का विरोध करते हुए 15 कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. इन नेताओं के प्रतिनिधि के तौर पर मनीष यादव ने माकन से मुलाकात करते हुए शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशियों को हराने वाले निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक सरकार और संगठन के आंख के तारे बने हुए हैं.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के कारण नाराजगी बढ़ रही
यादव ने इस बात पर भी नाराजगी जताई की जिन क्षेत्रों से ये विधायक आते हैं वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के कारण नाराजगी बढ़ रही है. सत्ता और संगठन दोनों ही निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रहे हैं. जिससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ रही है. मनीष यादव की शिकायत पर अजय माकन ने सत्ता और संगठन के मुखियाओं ने बात करने का आश्वासन दिया है.
पांच नेता लौट आए थे जयपुर
जिन नाराज कांग्रेस के 15 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, उसमें से 6 नेता दिल्ली पहुंचे थे. लेकिन पांच नेता जयपुर लौट आए. केवल उनके प्रतिनिधि के तौर पर मनीष यादव दिल्ली रुके. जिन्होंने आज अजय माकन से मुलाकात की.
वीरेंद्र सिंह को माकन की चेतावनी
उधर, अजय माकन से मिलने दातारामगढ़ से कांग्रेस के विधायक वीरेंद्र चौधरी भी दिल्ली पहुंचे. वीरेंद्र चौधरी ने भी दिल्ली में अजय माकन से मुलाकात की. इस मुलाकात को लेकर वीरेंद्र चौधरी ने तो कुछ भी नहीं कहा लेकिन जानकारों की मानें तो जिस तरह से वीरेंद्र चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर सवाल खड़े किए थे, उसकी शिकायत डोटासरा ने अजय माकन से की थी और यही कारण था कि गुरुवार को वीरेंद्र चौधरी को दिल्ली तलब किया गया था.
वीरेंद्र चौधरी से मुलाकात कर अजय माकन ने उन्हें सीधे शब्दों में यह चेतावनी दी कि वह इस तरह से संगठन के मुखिया पर सवाल खड़े नहीं कर सकते हैं. अगर उन्हें कोई बात कहनी है तो वह उचित प्लेटफार्म पर ही बात रखें.
राजनीतिक नियुक्तियों के लिए मानी जा रही लॉबिंग
एक ओर सत्ता और संगठन से नाराज कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली जाकर अजय माकन से मुलाकात की, तो दूसरी ओर राजनीतिक नियुक्तियों की आस में कई नेताओं ने भी अजय माकन से मुलाकात की. इन नेताओं में पूर्व सांसद अश्क अली टाक, पूर्व वक्फ बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष रहे यूसुफ टांक शामिल रहे. जिन्होंने राजस्थान की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर भी प्रभारी अजय माकन को अवगत करवाया.