जयपुर. केंद्रीय गृह मंत्रालय भारत सरकार की ओर से वर्ष 2015-16 के लिए अराजपत्रित अधिकारियों के प्रशिक्षण में राजस्थान पुलिस अकादमी को देश की सर्वश्रेष्ठ पुलिस अकादमी घोषित किया गया है. पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो गृह मंत्रालय भारत सरकार की ओर से इस आशय का आदेश जारी कर पुलिस महानिदेशक राजस्थान और निर्देशक राजस्थान पुलिस अकादमी को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है. राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने इस सफलता का श्रेय पुलिस अकादमी की प्रतिबद्ध टीम को दिया है.
हेमंत प्रियदर्शी ने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में राजस्थान पुलिस अकादमी राजपत्रित बनेगी और इसके लिए पूरी टीम की ओर से पूर्ण मनोयोग से काम किया जाएगा. वहीं, इस आदेश में राजस्थान पुलिस अकादमी को अराजपत्रित अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए देश के समस्त पुलिस अकादमी घोषित करने के साथ-साथ राजपत्रित अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए उत्तरी जोन की सर्वश्रेष्ठ अकादमी के रूप में चयन किया है.
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राजस्थान पुलिस अकादमी को अराजपत्रित अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए देश की सुरक्षा अकादमी घोषित होने पर गृह मंत्रालय भारत सरकार की ओर से एक ट्रॉफी और आधारभूत ढांचे के विकास के लिए 20 लाख की अनुदान राशि दी जाएगी. इस प्रकार जोनल स्तर पर सर्वश्रेष्ठ घोषित होने पर आधारभूत ढांचे के विकास के लिए 20 लाख रुपए की अनुदान राशि दी जाएगी.
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से देश के समस्त पुलिस अकादमियों को प्रशिक्षण की गुणवत्ता के आधार पर सर्वश्रेष्ठ पुलिस अकादमी का चयन किया जाता है. इस चयन प्रक्रिया में प्रशिक्षण की गुणवत्ता के साथ-साथ प्रशिक्षकों का कौशल, प्रशिक्षकों का प्रदर्शन, प्रशिक्षकों के लिए उपलब्ध आधारभूत ढांचा, प्रशिक्षण में नई तकनीकों का प्रयोग, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सरोकार के प्रति प्रतिबद्धता जैसे कुल 28 मापदंडों को आधार बनाया गया है. राजस्थान पुलिस अकादमी इन सभी मापदंडों में देश की सभी पुलिस अकादमियों को पीछे छोड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है.