जयपुर. राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड की ओर से मंगलवार को एक फरमान जारी किया है. जिसमें 9 अप्रैल को शब-ए-बारात के दिन लोग अपने घरों में ही रहकर इबादत करें और नमाज पढ़ेने की अपील की गई है. वहीं ये बताया गया कि किसी ने भी इसका उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खानू खान बुधवाली ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए 9 अप्रैल को शब ए बरात के दिन सभी लोग अपने ही घरों में रहकर इबादत करें. कोई भी कब्रिस्तान और मस्जिद में ना जाएं. अगर कोई भी इस आदेश की खिलाफत करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस आदेश में कमेटियों के सदर को भी चेतावनी दी गई है कि अगर उन्होंने इस आदेश की खिलाफत की तो उनके खिलाफ भी सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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बुधवाली ने अपने बयान में कहा है प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हमारी जान बचाने में लगे हुए हैं और हम सबको मिलकर उनका साथ देना चाहिए. इसलिए सभी लोगों को खुदा से कोरोना वायरस से बचाव के लिए दुआ करनी चाहिए. बुधवाली ने ये भी कहा कि जो भी लोग आप की स्क्रीनिंग के लिए आ रहे हैं, हमें उनका सहयोग करना चाहिए.
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कोरोना महामारी की वर्तमान परिस्थितियों और राज्य सरकार द्वारा जनहित में लागू की गई धारा 144 और लॉकडाउन के अनुसार भीड़ एकत्रित होने से रोकने के लिए धार्मिक कार्यक्रमों पर पहले से ही रोक है. इसलिए शब ए बरात के मौके पर जनहित में कब्रिस्तान, मजारात, दरगाह, मस्जिदों में नमाज अदा करने से सख्ती से जनहित में रोका जाना जरूरी है. अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उस व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए वो स्वयं जिम्मेदार होगा.