भीलवाड़ा : आजकल भव्य और यूनिक शादी करने का चलन बढ़ रहा है. इसमें धूमधाम से गाजे-बाजे के साथ दूल्हे का घोड़ी पर चढ़कर दुल्हन के घर आना हो या जयमाल में दूल्हा-दुल्हन की शानदार एंट्री हो, सब कुछ ट्रेंड के अनुसार किया जा रहा है. आज के जमाने में दूल्हे की बारात हेलीकॉप्टर से पहुंचती हुई तो सुनी या देखी होगी, लेकिन भीलवाड़ा जिले में एक दूल्हा अपनी दुल्हन को लेने बैलगाड़ी से पहुंचा. दूल्हे की बारात जिस रास्ते से गुजरी, हर कोई अचंभित रह गया.
दरअसल, जिले के रायपुर कस्बे से 15 किमी दूर कोशीथल गांव में एक अनोखी बारात देखने को मिली, जहां 22 वर्षीय मोनू जाट की बारात 27 बैलगाड़ियों में सवार होकर रायपुर क्षेत्र के गांव में 22 वर्षीय ज्योती से शादी रचाने पहुंचे. दूल्हे के पिता गुजरात के सूरत में स्टील का व्यवसाय करते हैं. बारात रायपुर के सूरजपुरा गांव में सहकारी समिति रायपुर के उपाध्यक्ष मांगी लाल जाट के घर पहुंची. शादी 21 जनवरी को संपन्न हुई.
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बारात में थी एक दर्जन बैलगाड़ियां : बारात में लगभग एक दर्जन बैल गाड़ियां शामिल थीं, जहां सभी बैलगाड़ियों को गुब्बारे सहित फूल मालाओं से सजाया गया था. यहां तक कि बैलगाड़ी खींचने वाले बैलों को भी आकर्षक तरीक से सजाया गया था. सबसे आगे दूल्हे की बैलगाड़ी चल रही थी और उसके पीछे बारातियों की बैलगाड़ी आ रही थी. इससे पता चलता है कि जाट समाज के रीति रिवाज और पारंपरिक प्रथा आज भी ग्रामीण क्षेत्र में जीवित हैं. इसी प्रथा को जिंदा रखते हुए जाट समाज की ओर से बैलगाड़ी को सजा कर बारात निकाली.