जयपुर. खान विभाग को अप्रैल से जून 2019-2020 की तुलना में इस साल महज 1299.63 करोड़ रुपए ही राजस्व मिले हैं. पिछले साल विभाग को 1552.84 करोड़ रुपए राजस्व के तौर पर मिले थे. कोरोना के कारण खान विभाग को साढ़े 4 महीनों में 253.21 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार कह रहे हैं कि कोरोना संक्रमण के चलते राजस्थान में राजस्व में बड़ी कमी आई है. हालांकि, अब धीरे-धीरे चीजें कंट्रोल में आ रही है लेकिन पहले लॉकडाउन का घाटा दूर करने में सरकार को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. बात करें खान विभाग की तो खान विभाग को अकेले अप्रैल महीने में ही 213 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है.
यह भी पढ़ें. झालाना आरटीओ में लगी वीआईपी नंबरों की बोली, परिवहन विभाग को प्राप्त हुआ 18,08,500 का राजस्व
अप्रैल 2019-2020 में सरकार को 251.23 करोड़ रुपए राजस्व के तौर पर मिले थे लेकिन इस साल अप्रैल महीने में महज 37.43 करोड़ रुपए राजस्व के मिले हैं. इसी तरीके से मई महीने में भी सरकार को पिछले साल की तुलना में 139.65 करोड़ रुपए का राजस्व हानि का सामना करना पड़ा. हालांकि, कोरोना की वजह से बंद हुआ खनन काम जून-जुलाई से पटरी पर लौटने लगा है. जिस कारण राजस्व बढ़ोतरी अगस्त में ज्यादा रहने की उम्मीद है.
जून-जुलाई में पिछले साल के मुकाबला ज्यादा मिला राजस्व
जून 2019-2020 के मुकाबले 2020-2021 जून में विभाग को 19.49 करोड़ रुपए ज्यादा राजस्व के तौर पर सरकार को मिले. दरअसल, जून 2019- 2020 में सरकार को 341.01 करोड़ राजस्व मिला था. जबकि इस साल जून में यह राजस्व बढ़कर 360.50 करोड़ हो गया और जुलाई महीने में बीते साल की तुलना में बात करें तो इस साल जुलाई में 89 करोड़ 59 लाख रुपए की राजस्व में बढ़ोतरी हुई है. साल 2019-20 में सरकार को जुलाई महीने में 347.27 करोड़ रुपए राजस्व के तौर पर मिले थे. जबकि इस बार जुलाई में यह राजस्व बढ़कर 436.86 करोड़ हो गया है.
अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगस्त महीने में भी खनन महकमे को बीते साल से कहीं ज्यादा राजस्व अर्जित होगा. अगस्त 2019-2020 की बात की जाए तो 258.25 करोड़ रुपए राजस्व के तौर पर मिले थे, जबकि इस साल की राजस्व 18 अगस्त तक 249.41 करोड़ रुपए राजस्व अर्जित किया जा चुका है. इस तरह से साल 2019- 20 की बात की जाए तो अप्रैल से अगस्त तक का राजस्व 1552.84 करोड़ रुपए हुआ था. जबकि अप्रैल से लेकर अगस्त 2020-2021 की बात की जाए तो यह राजस्व 1299.63 करोड़ रुपए अर्जित हुआ है.
यह भी पढ़ें. राजस्थान परिवहन विभाग के सामने राजस्व को लेकर बड़ी चुनौती
इस तरीके से अभी भी राजस्व विभाग को 253.21 करोड़ रुपए की राजस्व हानि हो रही है. खनन गतिविधियां फिर से पटरी पर लौटने के बाद खान विभाग को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वह अपना राजस्व पिछले साल के बराबर ले आएगा. दरअसल, खान विभाग को हर महीने करीब 300 से 400 करोड़ रुपए राजस्व मिलता है लेकिन कोरोना की वजह से इस बार खान महकमे जैसा सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले महकमा भी खुद को दबाव में महसूस कर रहा है.