जयपुर. किसी ने सही कहा है कि जो जन्म लेता है, उसे एक न एक दिन जाना पड़ता है. फर्क बस इतना है कि कोई जल्दी तो कोई देर से इस दुनिया को छोड़ता है. 2021 बीत गया (Rajasthan Year Ender 2021) और इसके साथ राजस्थान की कई प्रमुख हस्तियों ने भी दुनिया से मुंह मोड़ लिया. उनको विनम्र श्रद्धांजलि.
गजेंद्र शक्तावत (कांग्रेस विधायक)(Gajendra Shaktawat) : उदयपुर के वल्लभनगर विधानसभा से कांग्रेस विधायक गजेंद्र शक्तावत का इसी साल 20 जनवरी को कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से निधन हो गया था. शक्तावत के पिता गजेंद्र सिंह भी कांग्रेस सरकार में गृह मंत्री रहे थे.
जनार्दन गहलोत (पूर्व राज्य मंत्री) (Janardan Gehlot): इंटरनेशनल लेवल पर कबड्डी को प्रसिद्धि दिलाने वाले इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन के फाउंडर प्रेसिडेंट और राजस्थान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष रहे पूर्व मंत्री जनार्दन सिंह गहलोत ने भी इसी साल 28 अप्रैल को दुनिया को अलविदा कहा. उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ था. उनके नाम बीजेपी के कद्दावर भैरों सिंह शेखावत को हराने की उपलब्धि भी जुड़ी हुई है.
गिर्राज सिंह लोटवाड़ा (राजपूत नेता) : श्री राजपूत सभा भवन के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा भी कोरोना संक्रमण की वजह से लंबे समय तक आरयूएचएस में भर्ती रहे, और वहीं उपचार के दौरान उनका 29 अप्रैल को निधन हो गया था. लोटवाड़ा राजपूत समाज के कद्दावर नेता थे. हमेशा समाज को आगे बढ़ाने और शिक्षा की अलख जगाने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही.
गौतम मीणा (बीजेपी विधायक) : प्रतापगढ़ जिले के धरियावद विधानसभा सीट से विधायक गौतम लाल मीणा का भी कोरोना की चपेट में आने से निधन हो गया था. कोरोना से लंबे संघर्ष के बाद 19 मई को गौतम लाल मीणा ने दम तोड़ा था. मीणा की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राज्य के करीबियों में होती थी.
डॉ. अशोक पनगड़िया (वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट): पद्मश्री से सम्मानित प्रतिष्ठित न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अशोक पनगड़िया भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए। 71 वर्षीय डॉ पनगड़िया ने कोरोना संक्रमण के बाद की जटिलताओं से पीड़ित थे. राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात डॉ पनगड़िया का 11 जून को निधन हुआ.
कल्याण सिंह (पूर्व राज्यपाल): राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का 21 अगस्त को निधन हुआ. डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण मल्टी ऑर्गन फेल्योर (Kalyan Singh Multi Organ Failure) बताया गया। उनके नाम के साथ बाबरी मस्जिद विध्वंस जुड़ा रहा. वो यूपी के सीएम भी रहे थे.
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ईश मधु तलवार (वरिष्ठ पत्रकार): राजस्थान ही नहीं बल्कि देश की हिंदी पत्रकारिता में ईश मधु तलवार एक चर्चित नाम था. वो कई प्रमुख समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काम करते हुए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित हुए. 17 सितंबर को अचानक तबीयत खराब होने की वजह से उनका निधन हो गया था.
डॉ. एसएन सुब्बाराव (गांधीवादी) (SN Subbarao Passed Away): देश के जाने-माने गांधीवादी विचारक डॉ सुब्बाराव की राजस्थान ही कर्मभूमि रही. उनके नाम चंबल के डकैतों से सामूहिक सरेंडर कराने की उपलब्धि जुड़ी हुई है. सीएम अशोक गहलोत खुद उन्हें भाई जी कहकर बुलाते थे. उन्हें हार्ट अटैक आने की वजह से जयपुर के ही s.m.s. अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और यही इलाज के दौरान 27 अक्टूबर को उनका देहावसान हो गया.
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कुलदीप सिंह (स्क्वाड्रन लीडर, वायु सेना) (Kunnur Helicopter Crash): 8 दिसंबर को तमिलनाडु में हुई जिस हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की जान चली गई. उसी दुर्घटना में राजस्थान के झुंझुनू के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह भी शहीद हो गए थे. शहीद कुलदीप सिंह की 2 साल पहले 19 नवंबर 2019 को ही शादी हुई थी. उनके पिता भी इंडियन नेवी से रिटायर हुए हैं, और बहन भी इंडियन नेवी में कार्यरत हैं.