नई दिल्ली/जयपुर. भाजपा सांसद दिया कुमारी ने शून्यकाल में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा को लेकर (Rajsamand MP Diya Kumari in Lok Sabha) मामला उठाया और इस बात पर भी जोर दिया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को आईटी रूल्स 2021 की गाइडलाइंस का ठीक से पालन करना चाहिए. इन प्लेटफार्मों पर महिलाओं और बच्चों की निजता का ध्यान रखना चाहिए.
शून्यकाल में उठाए गए इस सवाल के जवाब में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आश्वासन दिया कि सोशल मीडिया कंपनियां, आईटी सोशल मीडिया मध्यस्थ दिशा-निर्देशों का पालन कर रही हैं और इस संबंध में मासिक रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत कर रही हैं. मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार इन प्लेटफॉर्म्स को समाज और सरकार के प्रति अधिक जवाबदेह बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी.
लोकसभा में बांसवाड़ा-डूंगरपुर से आने वाले भाजपा सांसद कनक मल कटारा ने अपने संसदीय क्षेत्र में (Banswara MP Kanak Mal Katara on Conversion of Tribals) तेजी से बढ़ रहे जनजातियों और आदिवासी लोगों के धर्मांतरण के मामले का मामला उठाया. कनक मल कटारा ने कहा कि उनका संसदीय क्षेत्र में आदिवासियों की प्राचीन गौरव एकता और परंपरा को कुछ लोगों द्वारा खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
पढ़ें : IT rules 2021 : भाजपा सांसद ने पूछा, क्या सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ कानून बनाएगी मोदी सरकार ?
उनके संसदीय क्षेत्र सहित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड आदि में आदिवासी लोगों के धर्म परिवर्तन का काम (Kanak Mal Katara Raised Conversion Issue in Lok Sabha) कुछ लोगों के द्वारा किया जा रहा है और उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तन कराया जा रहा है. कटारा ने कहा कि इस प्रकार के लोगों पर तत्काल अंकुश लगाना चाहिए साथ ही जो लोग आदिवासी धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म में जा रहे हैं, उन्हें दोहरे आरक्षण के लाभ से वंचित करना चाहिए. इसके लिए ठोस कानून भी बनाया जाना चाहिए.