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Rajasthan In Election Mode: ब्यूरोक्रेसी की सर्जरी में जुटी गहलोत सरकार, 17 दिन में बदले 23 से ज्यादा कलेक्टर और एक दर्जन CEO

राजस्थान सरकार मिशन 2023 (Rajasthan In Election Mode) की तैयारी में है. सीएम गहलोत अपनी फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर गंभीर हैं और चाहते हैं कि उनके कार्यक्रम को बचे समय में गति दी जाए. पिछले काफी दिनों से इस जुगत में लगे हुए हैं. ताबड़तोड़ ट्रांसफर इसी ओर इशारा करता है. पिछले 17 दिनों में ही 23 से ज्यादा कलेक्टर्स और एक दर्जन CEO का तबादला कर दिया गया है.

Rajasthan In Election Mode
17 दिन में बदल डाले 23 से ज्यादा जिलों के कलेक्टर
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Published : Jan 18, 2022, 10:44 AM IST

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार चुनावी मोड (Rajasthan In Election Mode) में आने लगी है, यही वजह है कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए ब्यूरोक्रेसी में बड़ी सर्जरी की गई (Bureaucracy Reshuffled In Rajasthan) है. 2022 शुरू होने के साथ ही अब तक 17 दिन में 23 से ज्यादा जिला कलेक्टर बदले गये हैं. वहीं 13 से ज्यादा जिला परिषद सदस्य बदले गए .

31 दिसंबर से शुरू हुआ सिलसिला

प्रदेश की गहलोत सरकार ने 31 दिसम्बर की मध्यरात्रि को 46 आईएएस अफसरों के तबादले किए. इसके बाद 16 जनवरी को 52 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए. ठीक एक दिन बाद यानी 17 जनवरी को दो आईएएस का तबादला हुआ. मतलब 17 दिन में 100 आईएएस अफसरों का तबादला हुआ.

17 दिन में 23 ज्यादा जिलों में कलेक्टर और 13 से ज्यादा जिला परिषद सदस्य बदले गए. सरकार की तरफ से जताने की कोशिश की जा रही है कि वो योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रही लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे हो गए , शेष दो साल में सरकार अब किसी तरह की कोई कमी नही रखना चाहती. सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना है. कुल मिलाकर सरकार चुनावी समर में अपनी जीत पक्की करने के इरादे से उतरना चाहती है इसलिए अपनी योजनाओं को लेकर फिक्रमंद है.

ये भी पढ़ें- Big change in Rajasthan bureaucracy: 52 आईएएस अफसरों के तबादले, 23 जिलों में बदले गए कलेक्टर...राजन विशाल होंगे जयपुर के नए कलेक्टर

ये भी पढ़ें- गहलोत सरकार ने ब्यूरोक्रेसी में किया बड़ा बदलाव...15 IAS, 7 IPS और 2 RAS अफसरों का तबादला

पढ़ें- CM सलाहकार दानिश अबरार का ब्यूरोक्रेसी से नाराजगी पर गहलोत को पत्र, इस कार्यक्रम में काले झंडे दिखाने की चेतावनी...

जिला कलेक्टर पर होती है जिले की जिम्मेदारी

सरकार की योजनाओं को सीधा आम जनता तक पहुंचाने में सबसे बड़ी भूमिका जिला कलेक्टर की होती है. कलेक्टर का सीधा जुड़ाव आम जनता से होता है. ऐसे में सरकार इस बात को भलीभांति समझती है कि अगर जिले में सही कलेक्टर को तैनात किया जाएगा तो आम जनता तक उसकी बनाई योजनाओं को बखूबी पहुंचाया जा सकेगा. गहलोत सरकार ने प्रदेश में भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तबादलों पर से रोक हटने की व्यवस्था के साथ ही 23 जिला कलेक्टर को बदल दिया है.

इन 23 जिलों के कलेक्टर को दी जिम्मेदारी

1. प्रतिभा सिंह - जिला कलेक्टर जैसलमेर
2. राजन विशाल - जिला कलेक्टर जयपुर
3. लक्ष्म्ण सिंह कुड़ी - जिला कलेक्टर झुंझुनूं
4. राजेंद्र सिंह शेखावत - जिला कलेक्टर करौली
5. भगवती प्रसाद कलाल - जिला कलेक्टर बीकानेर
6. ताराचंद मीना ​जिला- कलेक्टर उदयपुर
7. हरिमोहन मीना - जिला कलेक्टर कोटा
8. नरेंद्र गुप्ता - जिला कलेक्टर बारां
9. रुकमणि रियार - जिला कलेक्टर श्रीगंगानगर
10. सिद्धार्थ सिहाग - जिला कलेक्टर चूरू
11. हिमांशु गुप्ता - जिला कलेक्टर जोधपुर
12. नमित मेहता - जिला कलेक्टर पाली
13. अंशदीप - जिला कलेक्टर अजमेर
14. आलोक रंजन - जिला कलेक्टर भरतपुर
15. अरविंद कुमार - पोसवाल जिला कलेक्टर चितौड़
16. शुभम चौधरी - जिला कलेक्टर डूंगरपुर
17. डॉ. भारती दीक्षित - जिला कलेक्टर झालावाड़
18. सुरेश कुमार ओला - जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर
19. कमर उल जमान चौधरी - जिला कलेक्टर दौसा
20. डॉ. भंवरलाल - जिला कलेक्टर सिरोही
21. आशीष मोदी - जिला कलेक्टर भीलवाड़ा
22. पीयूष समरिया - जिला कलेक्टर नागौर
23. नीलाभ सक्सेना - जिला कलेक्टर राजसमंद

मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का तबादला

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की भूमिका सीधा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से होती है. 70 फीसदी आबादी जो गांवों में निवास करती है जनके लिए खासतौर पर सरकारी योजनाओं की रूपरेखा तैयार की गई है. ऐसे में 31 दिसम्बर की मध्यरात्रि को सरकार ने एक दर्जन से ज्यादा जिलों के सीईओ को बदल दिया था, सोच वही कि वर्तमान सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों की आशंका को दूर किया जा सके और सफलता पूर्वक जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके.

पढ़ें- Gehlot Government New Policies : गहलोत सरकार लेकर आई नई नीतियां, लेकिन कई नीतियों के पूरे होने का इंतजार अब भी

13 जिला परिषद सीईओ के नाम

1 -डॉ गौरव सैनी- सीईओ जिला परिषद अलवर
2- अतुल प्रकाश-सीईओ जिला परिषद डूंगरपुर
3- अभिषेक सुराना- सीईओ जिला परिषद जोधपुर
4 - देसल दान-सीईओ जिला परिषद टोंक
5- डॉ शिल्पा सिंह- सीईओ जिला परिषद भीलवाड़ा
6 - टी शुभ मंगला - सीईओ जिला परिषद जैसलमेर
7 - रामप्रकाश - सीईओ जिला परिषद पाली
8 -मोहम्मद जुनेद- सीईओ जिला परिषद गंगानगर
9 - मयंक मनीष- सीईओ जिला परिषद उदयपुर
10 नित्या के- सीईओ जिला परिषद बीकानेर
11 - अभिषेक खन्ना- सीईओ जिला परिषद सवाई माधोपुर
12 - उत्साह चौधरी- सीईओ जिला परिषद राजसमंद
13 -अपर्णा गुप्ता- सीईओ जिला परिषद चित्तौड़गढ़

जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार चुनावी मोड (Rajasthan In Election Mode) में आने लगी है, यही वजह है कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए ब्यूरोक्रेसी में बड़ी सर्जरी की गई (Bureaucracy Reshuffled In Rajasthan) है. 2022 शुरू होने के साथ ही अब तक 17 दिन में 23 से ज्यादा जिला कलेक्टर बदले गये हैं. वहीं 13 से ज्यादा जिला परिषद सदस्य बदले गए .

31 दिसंबर से शुरू हुआ सिलसिला

प्रदेश की गहलोत सरकार ने 31 दिसम्बर की मध्यरात्रि को 46 आईएएस अफसरों के तबादले किए. इसके बाद 16 जनवरी को 52 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए. ठीक एक दिन बाद यानी 17 जनवरी को दो आईएएस का तबादला हुआ. मतलब 17 दिन में 100 आईएएस अफसरों का तबादला हुआ.

17 दिन में 23 ज्यादा जिलों में कलेक्टर और 13 से ज्यादा जिला परिषद सदस्य बदले गए. सरकार की तरफ से जताने की कोशिश की जा रही है कि वो योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रही लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे हो गए , शेष दो साल में सरकार अब किसी तरह की कोई कमी नही रखना चाहती. सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना है. कुल मिलाकर सरकार चुनावी समर में अपनी जीत पक्की करने के इरादे से उतरना चाहती है इसलिए अपनी योजनाओं को लेकर फिक्रमंद है.

ये भी पढ़ें- Big change in Rajasthan bureaucracy: 52 आईएएस अफसरों के तबादले, 23 जिलों में बदले गए कलेक्टर...राजन विशाल होंगे जयपुर के नए कलेक्टर

ये भी पढ़ें- गहलोत सरकार ने ब्यूरोक्रेसी में किया बड़ा बदलाव...15 IAS, 7 IPS और 2 RAS अफसरों का तबादला

पढ़ें- CM सलाहकार दानिश अबरार का ब्यूरोक्रेसी से नाराजगी पर गहलोत को पत्र, इस कार्यक्रम में काले झंडे दिखाने की चेतावनी...

जिला कलेक्टर पर होती है जिले की जिम्मेदारी

सरकार की योजनाओं को सीधा आम जनता तक पहुंचाने में सबसे बड़ी भूमिका जिला कलेक्टर की होती है. कलेक्टर का सीधा जुड़ाव आम जनता से होता है. ऐसे में सरकार इस बात को भलीभांति समझती है कि अगर जिले में सही कलेक्टर को तैनात किया जाएगा तो आम जनता तक उसकी बनाई योजनाओं को बखूबी पहुंचाया जा सकेगा. गहलोत सरकार ने प्रदेश में भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तबादलों पर से रोक हटने की व्यवस्था के साथ ही 23 जिला कलेक्टर को बदल दिया है.

इन 23 जिलों के कलेक्टर को दी जिम्मेदारी

1. प्रतिभा सिंह - जिला कलेक्टर जैसलमेर
2. राजन विशाल - जिला कलेक्टर जयपुर
3. लक्ष्म्ण सिंह कुड़ी - जिला कलेक्टर झुंझुनूं
4. राजेंद्र सिंह शेखावत - जिला कलेक्टर करौली
5. भगवती प्रसाद कलाल - जिला कलेक्टर बीकानेर
6. ताराचंद मीना ​जिला- कलेक्टर उदयपुर
7. हरिमोहन मीना - जिला कलेक्टर कोटा
8. नरेंद्र गुप्ता - जिला कलेक्टर बारां
9. रुकमणि रियार - जिला कलेक्टर श्रीगंगानगर
10. सिद्धार्थ सिहाग - जिला कलेक्टर चूरू
11. हिमांशु गुप्ता - जिला कलेक्टर जोधपुर
12. नमित मेहता - जिला कलेक्टर पाली
13. अंशदीप - जिला कलेक्टर अजमेर
14. आलोक रंजन - जिला कलेक्टर भरतपुर
15. अरविंद कुमार - पोसवाल जिला कलेक्टर चितौड़
16. शुभम चौधरी - जिला कलेक्टर डूंगरपुर
17. डॉ. भारती दीक्षित - जिला कलेक्टर झालावाड़
18. सुरेश कुमार ओला - जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर
19. कमर उल जमान चौधरी - जिला कलेक्टर दौसा
20. डॉ. भंवरलाल - जिला कलेक्टर सिरोही
21. आशीष मोदी - जिला कलेक्टर भीलवाड़ा
22. पीयूष समरिया - जिला कलेक्टर नागौर
23. नीलाभ सक्सेना - जिला कलेक्टर राजसमंद

मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का तबादला

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की भूमिका सीधा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से होती है. 70 फीसदी आबादी जो गांवों में निवास करती है जनके लिए खासतौर पर सरकारी योजनाओं की रूपरेखा तैयार की गई है. ऐसे में 31 दिसम्बर की मध्यरात्रि को सरकार ने एक दर्जन से ज्यादा जिलों के सीईओ को बदल दिया था, सोच वही कि वर्तमान सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों की आशंका को दूर किया जा सके और सफलता पूर्वक जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके.

पढ़ें- Gehlot Government New Policies : गहलोत सरकार लेकर आई नई नीतियां, लेकिन कई नीतियों के पूरे होने का इंतजार अब भी

13 जिला परिषद सीईओ के नाम

1 -डॉ गौरव सैनी- सीईओ जिला परिषद अलवर
2- अतुल प्रकाश-सीईओ जिला परिषद डूंगरपुर
3- अभिषेक सुराना- सीईओ जिला परिषद जोधपुर
4 - देसल दान-सीईओ जिला परिषद टोंक
5- डॉ शिल्पा सिंह- सीईओ जिला परिषद भीलवाड़ा
6 - टी शुभ मंगला - सीईओ जिला परिषद जैसलमेर
7 - रामप्रकाश - सीईओ जिला परिषद पाली
8 -मोहम्मद जुनेद- सीईओ जिला परिषद गंगानगर
9 - मयंक मनीष- सीईओ जिला परिषद उदयपुर
10 नित्या के- सीईओ जिला परिषद बीकानेर
11 - अभिषेक खन्ना- सीईओ जिला परिषद सवाई माधोपुर
12 - उत्साह चौधरी- सीईओ जिला परिषद राजसमंद
13 -अपर्णा गुप्ता- सीईओ जिला परिषद चित्तौड़गढ़

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