जयपुर. राज्य में इस समय में उद्यमिता विकास के लिए युवाओं में आत्मविश्वास पैदा करना होगा. युवाओं को आत्मनिर्भर भारत में भागीदार बनाने के लिए लोगों को उनमें आत्मविश्वास पैदा करना होगा. इससे भारत आत्मनिर्भर बनेगा, सम्पन्न बनेगा. यह कहना है राज्यपाल कलराज मिश्र का.
राज्यपाल मिश्र ने रविवार को राजभवन से जन चेतना मंच की ओर से आयोजित स्व. सुन्दर सिंह भण्डारी जन्म शताब्दी और व्याख्यानमाला समारोह को वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से संबोधित किया. राज्यपाल ने इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्यों का वाचन भी कराया. मिश्र ने कहा कि आत्मविश्वास की कमी से युवा नौकरी के लिए भटक रहा है, जबकि हमारे पास गांव में ही धन्धे आरम्भ करने के लिए संसाधन है. मेहनत हमें करनी होगी.
राजपाल ने कहा अपने गांव में ही रहकर हम अपना जीवनयापन कर सकते हैं, साथ ही देश की सेवा भी कर सकते हैं. देश में युवाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए देश और प्रदेश में अनेक योजनाओं को संचालित किया जा रहा है. इन योजनाओं की जानकारी गांव के लोगों को देनी होगी. ग्रामीण युवाओं के साथ हम सभी को जुटना होगा तब ही ग्रामीण युवा स्वरोजगार आरम्भ करने की हिम्मत जुटा पाएंगे.
राज्यपाल ने कहा कि आवश्यकता है लोगों को योजनाओं की जानकारी कराने की, ताकि युवा योजनाओं से लाभान्वित हो सके. अब युवाओं को सेवा प्रदाता बनाना होगा और युवाओं को कौशल में दक्ष करना ही होगा. इससे युवा कम पूंजी में अपना व्यवसाय आरम्भ कर सकेगा.
राज्यपाल ने कहा कि भण्डारी के सादगीपूर्ण जीवन ने आम आदमी को अत्यन्त प्रभावित किया. स्वर्गीय भण्डारी नेक दिल इंसान थे, उनमें इंसानियत भरी हुई थी. आज के इस समय में इंसानियत वाले लोगों की आवश्यकता है. देश की भावी पीढी को आज उनके समर्पण एवं त्याग से अवगत कराने की आवश्यकता है. लोगों की मदद करने में वे लगे रहते थे. ईमानदारी और कर्त्तव्यनिष्ठा उनके जीवन से सीखी जा सकती है. राजनीति में सक्रिय होने के बाद भी शत प्रतिशत कार्यकर्ताओं के पत्र का जवाब पोस्टकार्ड से देना व मितव्ययता के मद्देनजर सदैव संगठन के कार्य के लिए बस और ट्रेन में सफर करने में कोई संकोच नहीं करना उनकी सरलता, सहजता व समर्पण युक्त जीवन को परिलक्षित करता है.
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समारोह को राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि स्व. भण्डारी सरल व्यक्ति थे. उन्होंने समाज में मानव जीवन को नई दिशा देने की पहल की. गरीबों की मदद करने में भण्डारी ने अग्रणी भूमिका निभाई. समारोह को बजरंग लाल, निम्बाराम, हेमंत शर्मा और आई एम सेतिया ने भी सम्बोधित किया.