जयपुर. राज्य सरकार ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर उद्योग विभाग (Industries department Rajasthan) का नाम बदलकर उद्योग और वाणिज्य विभाग कर दिया है. संयुक्त शासन सचिव शक्ति सिंह राठौड़ ने बताया कि विभाग का नाम बदलने से विभाग के कार्यों का दायरा बढ़ेगा. अब विभाग उद्योग के साथ ही वाणिज्य क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों के लिए भी योजनाएं बना सकेगा.
शक्ति सिंह राठौड़ का कहना है कि विभाग का नाम बदलने के साथ ही इसके विभिन्न कार्यलयों और शासन सचिव, आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों के पदनाम भी परिवर्तित हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि बीते कुछ साल से उद्योग विभाग की कार्यप्रणाली में आए बदलाव के कारण विभाग के कार्यों का दायरा बढ़ा है. उद्यमियों के विकास और निवेश के साथ ही सेवा और वाणिज्य से जुड़ी गतिविधियों का विकास भी उद्योग विभाग के कार्यकलापों में शामिल हो गया है. इसे देखते हुए भारत सरकार और करीब 18 राज्यों में भी उद्योग से जुड़े विभाग का नाम उद्योग और वाणिज्य विभाग कर दिया है.
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उन्होंने बताया कि इससे राज्य और केंद्र के संबंधित विभागों के नाम में एकरुपता के साथ ही समन्वय स्थापित होगा. जिससे राज्य में निर्यात और वाणिज्य संबंधी गतिविधियों में तेजी आएगी और केंद्र सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का राजस्थान के लोगों को अधिक लाभ मिल सकेगा. इस निर्णय से प्रदेश में निर्यात बढ़ेगा और वाणिज्यिक गतिविधियों और लॉजिस्टिक सेवा क्षेत्रों और इनके उप-क्षेत्रों को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा. इन गतिविधियों के बढ़ने से राजस्व में वृद्धि होगी और रोजगार के अधिक अवसर सृजित होंगे.
उद्योग विभाग का नाम परिवर्तन होने के साथ ही विभाग के विभिन्न कार्यालयों का नाम भी बदल गया है. कार्यालय आयुक्त उद्योग और कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व का नाम बदलकर कार्यालय आयुक्त उद्योग, वाणिज्य और कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व, जिला उद्योग केंद्रों के स्थान पर जिला उद्योग व वाणिज्य केंद्र हो हो गया है.