जयपुर. ब्लैक फंगस महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या प्रदेश में भी तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में इसके लिए इलाज में बेहद जरूरी इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन की उपलब्धता को लेकर कई राज्य केंद्र से नाराजगी जता चुके हैं. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इंजेक्शन की उपलब्ध कराने को लेकर केंद्र सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सीएम ने कहा कि कोविड-19 के इलाज के लिए जरूरी रेमडेसिविर इंजेक्शन की ही तरह एम्फोटेरिसिन भी राज्यों को समय से उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया कि जिस प्रकार पहले रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) राज्यों का आवंटित करने का जिम्मा केंद्र सरकार ने अपने हाथों में लिया था. उसी तरह से ही अब ब्लैक फंगस (Black fungus) के लिए जरूरी एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन (Amphotericin Injection) का आवंटन भी केंद्र सरकार (Central government) कर रही है. कई बार मांग करने के बावजूद राज्यों को समय पर इंजेक्शन नहीं उपलब्ध हो पा रहा है, जिससे मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इंजेक्शन मरीज को मिल जाए तो जान बचाई जा सकती है.
पीएम मोदी करें हस्तक्षेप
सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से अपील करते हुए कहा कि समयबद्ध तरीके से एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करवाएं. जिससे मरीजों का समय पर इलाज हो सकेगा और उनकी जान बचाई जा सकेगी. बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जब तेजी से फैल रही थी, तो रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) लोगों के लिए एक वरदान के समान था. कम उपलब्धता और ज्यादा जरूरत की वजह से कई बार प्रदेश सरकार के सामने लोगों की जान बचाना बहुत ज्यादा मुश्किल हो गया था.
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'ब्लैक फंगस को लेकर पीएम मोदी को रिसर्च पर जोर देना चाहिए'
सीएम गहलोत ने कहा कि सच यह भी है कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ब्लैक फंगस नहीं है. ऐसे में प्रधानमंत्री को रिसर्च पर जोर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब हम तीसरी लहर के लिए तैयारी कर रहे हैं. सभी सीएचसी और पीएचसी को मजबूत किए जा रहे हैं. बच्चों के लिए आईसीयू की व्यवस्था की जा रही है.
ऑक्सीजन प्लांट के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि दानदाता छोटा हो या बड़ा उसका सम्मान करना समाज का कर्तव्य है. कोरोना काल में सब को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है. राजस्थान के लोगों ने इस मुश्किल वक्त में भी देश की इकोनॉमी को संभाल रखा है.
अशोक गहलोत ने दावा किया कि ग्रामीण स्तर पर भी जमीनी स्तर पर संक्रमण जांच की गई. उन्होंने कहा कि पहली लहर का असर ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं था, लेकिन दूसरी लहर ने गांव में ज्यादा असर दिखाया. तीसरी लहर को लेकर कई तरह की बात की जा रही. कहा जा रहा है कि बच्चों पर इसका असर ज्यादा होगा.